पुलिस में की शिकायत तो पंचायत ने किया हुक्का-पानी बंद, मदद करने वाले को 15 हजार जुर्माना

punjabkesari.in Friday, Jun 29, 2018 - 04:00 PM (IST)

अमेठीः उत्तर प्रदेश में अमेठी के शिवरतनगंज क्षेत्र में मनचले की हरकतों से आजिज एक परिवार न्याय की आस में पुलिस की चौखट पर क्या पहुंचा कि नाराज पंचायत ने पीड़ित परिवार का हुक्का पानी बंद करने का तुगलकी फरमान सुना डाला।  पंचायत का फरमान है कि जिस किसी ने भी इस परिवार से ताल्लुक रखा उसे 15 हजार रुपए जुर्माना भरना पड़ेगा। हैरत की बात यह है कि पंचायत के फैसले से हतप्रभ पीड़ित परिवार ने अपर पुलिस अधीक्षक से प्रकरण की शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन जब उनसे कार्यवाही के बारे में पूछा गया तो उन्होंंने प्रकरण के संज्ञान में न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।   

दरअसल, क्षेत्र में एक मनचले ने आठ जून की सुबह शौच को निकली युवती के साथ छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दिया। मामला पुलिस के पास जाता कि उससे पहले आरोपी को बचाने के लिए पंचायत बैठने लगी थी। अंत में मामला पुलिस के पास पहुंचा और पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ़्तार कर जेल भेजा। जहां आरोपी अब जामानत पर रिहा होकर बाहर आया है।  उधर पीड़ित महिला कलावती सिंह का कहना है कि गांव के क्षत्रिय समाज के लोगों ने फैसला लिया कि जो भी हमारे परिवार से मतलब रखेगा उसको 15 हजार रुपए जुर्माना देना पड़ेगा। इसलिए गांव का एक भी आदमी हम लोगों से कोई मतलब नहीं रखता है, और गांव में जो भी दुकाने हैं कोई हमें सामान भी नहीं देता है। काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है घर मे जो है वही हम लोग खा पी रहे हैं।

ग्रामीण बताते है कि प्रधान ने पंचायत में फैसला लिया है। इस महिला ने फर्जी तरीके से गांव के ही लड़के को लड़की से छेड़छाड़ के मामले में मुकदमा दर्ज करा के जेल भेजा था। इसलिए हम लोगों ने इसका बहिष्कार किया है और गांव का एक भी आदमी इनसे बात नहीं करेगा। जब उनसे पूछा गया कि महिला आरोप लगा रही है जो भी परिवार हम लोगों से मतलब रखेगा उसको 15 हजार रुपये जुर्माना देना पड़ेगा तो प्रधान ने बताया केवल बहिष्कार किया गया है किसी के ऊपर जुर्माना नहीं लगाया गया है। इस बीच अपर पुलिस अधीक्षक बीसी दुबे ने कहा कि इस मामले में उनको कोई जानकारी नहीं है जबकि पीड़ित महिला ने बताया है कि दो दिन पहले उसने गौरीगंज जा कर अपर पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थी। 

Ruby