4 बार गोल्ड जीतने वाली बेटी की गुहार, बोलीं- नेशनल खेलने के लिए एयर राइफल दिला दो सरकार
punjabkesari.in Wednesday, Sep 01, 2021 - 06:20 PM (IST)
कौशाम्बी: एक तरफ जहां यूपी की योगी आदित्नाथ सरकार प्रदेश में मेधावी खिलाड़ियों का प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए उनका सम्मान करती हो। उनको इंटरनेशनल स्तर पर खेलने की शुभकामनाएं देती हो। वहीं दूसरी तरफ ये सम्मान तब फीका पड़ जाता है जब प्रदेश की 4 बार गोल्ड मेडल जीतने वाली बेटी नेशनल स्तर पर खेलने के लिए सरकार से बेहतर संसाधन के लिए मदद की गुहार लगा रही हो और शासन से लेकर प्रशासन तक कोई सुनने वाला नहीं हो।
बता दें उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिले की बेटी जागृति सिंह मौर्या ने अपने खेल से सभी का दिल जीता लिया था। भव्य स्वागत कर कौशाम्बी के लोगों ने उसका उत्साह बढ़ाया था। नेशनल स्तर पर खेलने के लिए जागृति को अब ओपन एयर गन की जरूरत है। लेकिन अब लगभग 5 लाख की गन खरीदने में वह सक्षम नहीं है। परिवार की माली हालत भी ठीक नहीं है। वहीं यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, कौशांबी सांसद विनोद सोनकर, स्थानीय विधायक शीतला प्रसाद पटेल से परिवार ने मदद की गुहार लगाई। लेकिन अब जागृति की उम्मीदें टूटने लगी हैं, क्योंकि कहीं से उसको मदद की आस नहीं दिख रही है।
चार गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं जागृति
सिराथू तहसील के धुमाई गांव के जागृति सिंह मौर्या ने राइफल शूटिंग में चार गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। इसकी शुरुआत जागृति सिंह ने वर्ष 2016 में गोरखपुर से की थी। इसके बाद जागृति सिंह ने पलटकर नहीं देखा। जागृति ने राज्य स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में वर्ष 2017, 2018 और वर्ष 2019 में गोल्ड मेडल जीते। वर्ष 2019 में गोल्ड मेडल जीतने पर सिराथू में जागृति सिंह का भव्य स्वागत हुआ था। वहीं सिराथू विधायक शीतला प्रसाद पटेल ने भी आश्वासन दिया था कि बेटी को राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। लेकिन जागृति सिंह को बड़ी उम्मीद थी कि राष्ट्रीय स्तर पर उसे खेलने के लिए संसाधन सरकार की ओर से मिलेंगे, लेकिन उसका सपना पूरा नहीं हो सका। वह दो साल से ओपन एयर गन के लिए परेशान है, लेकिन न तो एयर गन मिल पा रही है, न ही प्रैक्टिस कर पा रही है।
कई बार उसने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, सांसद विनोद सोनकर, तत्कालीन डीएम से गुहार लगाई, लेकिन जागृति सिंह के अरमान पूरे नहीं हो सके। जागृति के पिता शुभनेत्र मौर्या की माली हालत इतनी ठीक नहीं कि वह 5 लाख रुपये कीमत की ओपन एयर गन खरीद सकें। यही कारण है कि वह सरकारी मदद पाने का प्रयास कर रही है, लेकिन उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है।