काशी की बदली तस्वीर देख अभिभूत हुए नेपाल के प्रधानमंत्री, पत्नी संग एकटक निहारते रहे काशी कॉरिडोर की भव्यता

punjabkesari.in Sunday, Apr 03, 2022 - 08:41 PM (IST)

वाराणसी: नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने रविवार को अपनी पत्नी आरजू राणा देउबा के साथ यहां काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की। पांच साल के अंतराल पर बाबा विश्वनाथ के दरबार में पहुंचे देउबा परिवार ने काशी का नया कलेवर देख अभिभूत महसूस किया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। इससे पहले योगी ने वाराणसी पहुंचे नेपाल के प्रधानमंत्री की बाबतपुर हवाई अड्डे पर आगवानी की। हवाईअड्डे से देउबा बाबा काल भैरव मंदिर के लिये रवाना हो गये। काशी के कोतवाल के नाम से विख्यात काल भैरव की नेपाल पीएम ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा अर्चना की।              


इसके बाद देउबा ने काशी विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगायी और विधिवत पूजा अर्चना की। इस दौरान देउबा दंपति पुनरुद्धार के बाद आकर्षक छठा बिखेर रहे काशी विश्वनाथ धाम परिसर को देर तक अपलक निहारते रहे। प्रधानमंत्री देउबा और श्रीमती देउबा को शाश्वत नगरी काशी का नया कलेवर बहुत भाया। देउबा दंपति काशी में उनके भव्य स्वागत से अभिभूत थे तथा इसके लिए उन्होंने प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी और योगी को धन्यवाद दिया। मेहमान प्रधानमन्त्री की पत्नी आरज़ू राणा देउबा ने रविवार को काशी यात्रा के अनुभव मीडिया से साझा करते हुए कहा कि वर्ष 2017 में उन्होंने वाराणसी की यात्रा की थी। अब 5 साल बाद फिर काशी आने पर लगा मानों वह किसी दूसरे शहर में हों। यहां बहुत बदलाब आया है। विशेषकर काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में।      

उन्होंने कहा कि पिछली यात्रा के दौरान हमें संकरी गलियाँ से होते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर तक पहुँचने का लंबा रास्ता तय करना पड़ा था। अब पूरा परिसर खुला हुआ और भव्य है। काशी विश्वनाथ धाम से गंगा सीधे दिखाई देती है। देउबा ने कहा कि नेपाल में, काशी को एक ऐसी जगह के रूप में देखा जाता है, जहां जीवन की अपनी अंतिम सांस लेकर मनुष्य मोक्ष हासिल करता है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक रूप से, भारत और नेपाल एक हैं। भारत और नेपाल के बीच यह घनिष्ठ संबंध शाश्वत है, यह हमेशा रहेगा। वास्तव में किन्हीं दो देशों के बीच यह घनिष्टतम सम्बन्ध हैं।

Content Writer

Mamta Yadav