ISIS को टक्कर देने के लिए UP में ‘धर्म सेना’ खडी कर रही युवाओं की फ़ौज

punjabkesari.in Wednesday, Jan 20, 2016 - 01:42 PM (IST)

मेरठ: आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के बढ़ते खतरे को देखते हुए हिंदू स्वाभिमान संगठन ने राष्ट्रीय राजधानी से जुड़े पश्चिमी उत्तर-प्रदेश में युवाओं की एक फ़ौज खड़ी कर रही जिसे नाम दिया गया है ‘धर्म सेना’। हिंदू स्वाभिमान संगठन का मानना है कि 2020 तक इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) पश्चिमी उत्तर-प्रदेश में पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगा। इस खतरे को देखते हुए वे युवाओं को ट्रेनिंग देकर तैयार कर रहे हैं ताकि हिंदू धर्म की रक्षा हो सके। हिंदू स्वाभिमान संगठन के नेताओं का कहना है कि च्धर्म सेनाज् में अब तक 15 हजार लड़ाके शामिल हो चुके हैं जो अपने धर्म और राष्ट्र के लिए मर मिटने को तैयार हैं।
 
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 50 से ज्यादा ऐसे कैंप हैं जहां युवाओं को तलवार और बन्दूक चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस सेना के सबसे युवा लड़ाकों की उम्र आठ साल है। इस सेना में पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल है जिन्‍हें खुलेआम ट्रेनिंग दी जा रही है। इसका हेडक्वार्टर गाजियाबाद के डासना के एक मंदिर में है।
 
ISIS से लडऩे के लिए यूपी में तैयार हो रही है ‘धर्म सेना’
''धर्म सेना'' के तीन कैंप मेरठ और मुजफ़्फरनगर में पांच कैंप अभी भी संचालित हो रहे हैं. संगठन का मानना है कि हर दिन इसमें शामिल होने वाले लड़ाकों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। हिंदू स्वाभिमान संगठन के नेता चेतन शर्मा ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया कि, ‘हमारा लक्ष्य सिंपल है। युवाओं को छोटी उम्र से ही प्रशिक्षित करो। वर्तमान में हमारी 50 ट्रेनिंग कैम्पस वेस्टर्न यूपी में सक्रिय है. हमारे लड़कों की उम्र 8-30 साल के बीच है. हम बच्चों को तलवार और बन्दूक सीधे नहीं देते। पहले छह महीने हम उन्हें मानसिक रूप से तैयार करते हैं। हम उन्हें गीता की शिक्षा देते हैं. हिन्दुओं को मौत से नहीं डरना चाहिए क्योंकि हम दोबारा जन्म लेते हैं। यहां ट्रेनिंग ले रहे बच्चों को डर नहीं लगता।’