बेतवा नदी का बढ़ा जलस्तर, प्रशासन ने नदी किनारे बसे गाँव के लोगों को किया अलर्ट

punjabkesari.in Wednesday, Aug 24, 2022 - 10:58 AM (IST)

हमीरपुर: माताटीला व लहचूरा बाँध से पानी छोड़े जाने से बेतवा नदी का जलस्तर बढ़ा। नदी किनारे स्थित गाँवो में पानी भरने से आवागमन बाधित हो गया। सरीला तहसील क्षेत्र के नदी किनारे बसे गांव के लोगों को अलर्ट किया गया है। बेतवा नदी का जलस्तर बढ़ने से सरीला तहसील क्षेत्र के नदी किनारे बसे कई गांव प्रभावित हो जाते हैं। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है। क्षेत्र से निकली बेतवा नदी का माताटीला व लहचूरा बाँध से पानी छोड़े जाने से फिर से जलस्तर बढ़ने लगा है। नदी किनारे बसे चिकासी, हरदुआ बडेरा, विरहट,इस्लामपुर, चंडौत, रिरूवा बुजुर्ग,जलालपुर, भेड़ी डांडा सहित कई गांवों को लोगों को सचेत किया गया है।

जलालपुर गाँव के पास बेतवा नदी किनारे बने पक्के घाट के मन्दिर भी डूब गए हैं। कार्यालय अधिशासी अभियंता मौदहा बांध निर्माण खण्ड हमीरपुर ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि मंगलवार को सुबह माताटीला बांध से बेतवा नदी में 3.90 लाख क्यूसेख पानी छोड़ा गया है। एवं लहचूरा बाँध से 1.54 लाख क्यूसेख पानी धसान नदी में छोड़ा गया है। जिससे बेतवा नदी में लगभग 3 से 4 मीटर जलस्तर बढ़ने की संभावना है। एसडीएम खालिद अंजुम ने बताया कि क्षेत्र के थाना प्रभारियों को नदी किनारे नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि नदी में आखेट पर पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया गया है। थाना प्रभारियों को भ्रमण कर नदी किनारे नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। अगर कोई भी नदी में नाव चलाते या मछली पकड़ते हुए मिलने पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

ग्रामीणों से सतर्कता बरतने के साथ नदी किनारे नहीं जाने की अपील की है। साथ ही अपने मवेशियों को बांध कर रखने को कहा गया है। जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। वहीं कुरारा विकास खंड क्षेत्र के पारा गांव से होकर पक्की सड़क कंडोर गांव तक जाती है। इस सड़क पर दोनो गांव के मध्य नाला में रपटा बना हुआ है। जिसमे एक सप्ताह से बेतवा नदी के बाढ़ का पानी भरा हुआ है। जिससे दोनों गांव का आवागमन बाधित चल रहा है। कंडोर गांवनिवासी अरुण सिंह, राकेश कुमार, कालका, बच्चालाल, रामलाल,आदि ने बताया कि पारा गांव में स्थित इंटर कॉलेज में गांव के बच्चे पढ़ने जाते हैं। तथा पारा में ही बैंक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित है। बाढ़ के चलते कंडोर से जल्ला होकर 8 किलोमीटर का चक्कर लगाकर पारा गांव जाना पड़ता है। पारा गांवनिवासी मोहन सिंह भदौरिया ने बताया कि दो दिन पहले बाढ़ का पानी कम हुआ था। लेकिन कल से फिर बढ़ना शुरू हो गया है। इससे दोनों गांव का आवागमन बाधित हो गया है।

 

 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj