उफनती नदी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म

punjabkesari.in Tuesday, Aug 23, 2016 - 03:22 PM (IST)

बांदा(जफर अहमद): यूपी में अधिकारी कितने संवेदनहीन हो चुके हैं इसकी बानगी बांदा जिले में देखने को मिली है। जहां बाढ़ में तीन दिन तक फंसी प्रसव पीड़ा से कराहती एक गर्भवती महिला को स्वास्थ्य के जिम्मेदारों ने भगवान भरोसे छोड़ दिया। जब गांव के लोग किराए की नाव से महिला को बाढ़ से निकाल रहे थे तभी उफनती नदी में ही इस महिला की डिलीवरी हो गयी। महिला अपने नवजात शिशु को लेकर खुले आसमान के नीचे ही पड़ी रही। 

 
जिला प्रशासन की ये संवेदनहीनता देखने को मिली है बाढ़ ग्रस्त बांदा की पैलानी तहसील के गांव शंकरपुरवा में। जहां पिछले तीन दिनों से इस गांव को बाढ़ ने चारो तरफ से घेर रखा है। गांव में महाराष्ट्र मजदूरी करने गए राम नरेश की गर्भवती पत्नी राजकली भी अचानक आयी बाढ़ में निकल नहीं सकी और गांव में ही एक ऊंचे स्थान पर रुकी रही। रविवार की सुबह से उसे प्रसव पीड़ा शुरू हुई जिस पर परिजनों ने फोन से कई अधिकारियों सहित 108 में भी सूचना की लेकिन उनकी मदद नहीं पहुंचाई गई। सुबह 4 बजे गांववालों ने कहीं से किराए पर नांव मंगाकर उसे बाढ़ से बाहर ले जा रहे थे तभी नांव में ही उसने शिशु को जन्म दे दिया। उसी हालात में परिजन महिला को पानी से बाहर लाये लेकिन तब भी कई घंटे तक महिला खुले आसमान के नीचे ही अपने नवजात शिशु को लिए पड़ी रही। मीडिया के मौके पर पहुंचने के बाद जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद ही स्वास्थ्य सेवा मिल सकी।
 
जब इस मामले को लेकर जिलाधिकारी योगेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि नवजात बच्चे के जन्म के संज्ञान में बात आई है। तहसीलदार वहां पर स्वमं् गए हैं। आंगनबाड़ी वर्कर और ऐनम को संपर्क किया गया है। जच्चा-बच्चा को हरसंभव मदद की जाएगी।