संगम तट पर हर साल आने वाले साइबेरियन बर्ड्स की आई कमी, सैलानी मायूस
punjabkesari.in Monday, Nov 02, 2020 - 12:01 PM (IST)
प्रयागराजः दुनिया में फैली वैश्विक महामारी कोरोना वायरस और प्रदूषित वायु का बेजुबान परिंदे पर भी असर देखने को मिल रहा है। प्रयागराज के संगम तट पर हर साल सर्दियों के पहले लाखों की तादाद में आने वाले विदेशी परिंदों ने इस बार संगम तट आने से मुंह मोड़ना शुरू कर दिया है।नवंबर के महीने के पहले ही अपने कलरव से त्रिवेणी के घाटों को गुलजार करने वाले विदेशी परिंदों की आवक में भारी कमी आई है। सात समंदर पार साइबेरिया बर्ड्स दिल्ली के रास्ते संगम पहुचने वाले इन विदेशी मेहमानों के रूठ जाने से यहां आने वाले सैलानी मायूस है। स्थानीय लोगों की मानें तो इसकी मुख्य वजह कोरोना वायरस और वायु में फैला प्रदूषण मान रहे हैं।
प्रयागराज के संगम तट के घाट पर त्रिवेणी की धारा में आस्था की डुबकी लगाने और पर्यटन के मकसद से आने वाले लोग इन खूबसूरत परिंदों की किलकारियों का मजा लेते थे, लेकिन इस बार संगम तट पहुच रहे पर्यटकों को विदेशी परिंदों की आवक को लेकर मायूसी हासिल हो रही है। हर साल भारी संख्या में आने वाले साइबेरियन पक्षियों में भारी गिरावट देखने को मिली है, हालांकि पर्यटकों का कहना है कि जैसे जैसे कोरोना और वायु प्रदूषण का असर कम होगा तो इनकी संख्या में इजाफा देखने को मिलेगा।
पर्यावरण और पक्षियों के व्यवहार पर नजर रखने वाले पक्षी विज्ञानियों का कहना है की विदेशी परिंदों के अचानक रूठ जाने की एक बड़ी वजह कोरोना वायरस और दिल्ली और प्रयागराज सहित देश के कई शहरो में बढ़ता पर्यावरण प्रदूषण है। ये विदेशी परिंदे प्रदूषण को लेकर बेहद संवेदनशील होते है।
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