धरने पर बैठे पूर्व मंत्री, बोले- किसानों की समस्या पर CM योगी गंभीर पर कमिश्नर का रवैया नाकाबिले बर्दाश्त

punjabkesari.in Friday, Nov 20, 2020 - 10:42 AM (IST)

गोरखपुरः गोरखपुर में किसानों की समस्या के संबंध में सपा के पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह धरने पर बैठ गए। पूर्व मंत्री के धरने पर बैठने के खबर से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। दरअसल, किसानों की समस्याओं के निस्तारण के लिए कमिश्नर से मिलने आए पूर्व मंत्री अधिकारी के रूखे रवैये से नाराज होकर धरने पर बैठ गए। पूर्व मंत्री का आरोप है कि किसानों की समस्या को लेकर कमिश्नर को ज्ञापन देने आया था, लेकिन कमिश्नर ने किसानों की समस्या को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।

इतना ही नहीं पूर्व मंत्री का कहना है कि कमिश्नर ने उन्हें जेल भेजने तक की धमकी दे डाली। कमिश्नर के बर्ताव के विरोध में गांधीवादी तरीके से उनके दफ्तर के बाहर धरने पर बैठने को मजबूर होना पड़ा है। पूर्व मंत्री के धरने पर बैठने की खबर सुनते ही सिटी मजिस्ट्रेट ने पहुंचकर पूर्व मंत्री को मान-मनौव्वल कर उन्हें धरने से उठाया। 
हंगामे के बाद कमिश्नर जयंत नार्लीकर ने पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह को अपने चैंबर में बुलाकर किसानों से संबंधित ज्ञापन लिया। साथ ही किसानों की समस्या को दूर करने का आश्वासन दिया।

वहीं इस दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए राधेश्याम सिंह ने पीड़ा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों की समस्या को लेकर कमिश्नर से मिलने आया था, लेकिन पूर्वाचल के गन्ना किसानों की समस्या से बेपरवाह कमिश्नर महोदय ने समय का हवाला देकर मिलने से इंकार कर दिया। किसानों की समस्या से संबंधित ज्ञापन मेरे द्वारा कमिश्नर महोदय को दिए जाने पर मुझे जेल भेजने की धमकी देने लगे। ऐसे में सरकार के तानाशाह अफसर के खिलाफ मुझे धरने पर बैठना पड़ा है।

राधेश्याम सिंह का कहना है कि गन्ना किसानों की समस्या को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ गंभीर हैं, लेकिन सीएम सिटी के मंडल के किसानों की समस्या को लेकर कमिश्नर महोदय का रवैया नाकाबिले बर्दाश्त है। पूर्व मंत्री ने कहा है कि कमिश्नर की तानाशाही के विरोध में गांधी, लोहिया और जयप्रकाश के रास्ते पर चलकर उन्हें आंदोलन करने पर बाध्य होना पड़ा है। 


 


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Tamanna Bhardwaj

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