चैत्र नवरात्रि को लेकर बाजारों में बढ़ी रौनक, पूजा सामग्री खरीदने को लेकर श्रद्धालुओं का लगा तांता

punjabkesari.in Friday, Apr 01, 2022 - 12:06 PM (IST)

प्रयागराज: कल से चैत्र नवरात्र की शुरुआत होनी है ऐसे में प्रयागराज के बाजारों में नवरात्रि की रौनक बढ़ गई है। शहर के कई इलाके के बाज़ारो की खरीदारी करने के लिए श्राद्धालुओ का तांता लगा हुआ है। प्रयागराज के बाज़ारो में नवरात्रि को लेकर बाज़ारो में भी काफी रौनक के साथ चहल पहल दिखाई दे रही है। बाजार आये श्रद्धालुओं ने बताया की नवरात्र के लिए माँ की चुनरी ,नारियल और माता की कलश स्थापना से लेकर कलश और माँ को सजाने के  समान की खरीदारी की है। लेकिन बाज़ारो में पहले के मुकाबले अधिक महंगाई देखने को मिली हालांकि आस्था और माता की श्रद्धा के आगे मंहगाई कुछ भी नही है। पिछले साल से इसबार कई पूजा सामग्री दुगने दामों में मिल रही है।



श्रद्धालुओं का कहना है कि जिस तरीके से बीते 9 दिनों में लगातार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ रहे हैं इसकी वजह से पूजा सामग्री के सामानों में जमकर इजाफा हुआ है ।15  रुपए का मिलने वाला नारियल आज 25 से 30 रुपए का मिल रहा है । मां की चुनरी के दाम भी दुगने हो गए हैं। कलश समेत अन्य पूजा सामग्री भी महंगे दामों में बिक रही है। खरीदारी कर रहे श्रद्धालुओं का कहना है कि वह इस बार 9 दिनों तक व्रत रखेंगे ही साथ ही साथ माता रानी के विभिन्न रूपों से प्रार्थना करेंगे कि देश में तेज़ी से फैल रही मंहगाई भी जल्द से जल्द दूर करे ताकि सभी की जिंदगी सामान्य हो वह सरकार से भी अपील कर रहे हैं कि जल्द से जल्द महंगाई को काबू में करें ।



हालांकि इस बार के नवरात्र में खास बात यह है कि 2 साल के बाद बाजारों में रौनक अधिक देखी जा रही है क्योंकि कोरोना संक्रमण भी कम हुआ है जिसकी वजह से लोग निडर होकर के बाज़ारो से सामान खरीद रहे हैं। 2020 के चैत्र नवरात्र में संपूर्ण लॉकडाउन लगा हुआ था  इसी तरह 2021 के चैत्र नवरात्र में कोरोना गाइडलाइन का पालन करना पड़ा था और शारदीय नवरात्र में भी किसी तरह का निर्देश था लेकिन अबकी बार 2022 के चैत्र नवरात्र में कोरोना संक्रमण कम है जिसकी वजह से बाजारों में रौनक दिखाई दे रही है।



गौरतलब है कि चैत्र नवरात्र  के 9 दिन तक मां के अलग अलग रूपों की पूजा की जाती थी । इस बार नवरात्र में माता रानी आप पर सवार होकर की आएगी नवरात्र के पहले दिन शैलपुत्री ,दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन चंद्रघंटा ,चौथे दिन कूष्मांडा, पांचवें दिन संगदमाता, छठवें दिन कात्यायनी ,सातवें दिन कालरात्रि , आठवें दिन महागौरी और  नौवें दिन सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है।

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Ramkesh