...तो इसलिए कांग्रेस ने नहीं हटाए फूलपुर-गोरखपुर से अपने कैंडिडेट

punjabkesari.in Thursday, Mar 15, 2018 - 04:49 PM (IST)

नई दिल्ली: कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि उनकी पार्टी ने राज्य की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा संसदीय सीटों के उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी से गठजोड़ की कोशिश नाकाम होने के बाद कार्यकर्ताओं की नाराजगी की आशंका के कारण अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान से नहीं हटाया।

बब्बर ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी ने इन चुनावों में सपा-बसपा से गठजोड़ की पहल की थी लेकिन बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि वह गठबंधन नहीं करती हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से सपा से यह पेशकश भी की गयी थी कि दोनों दल एक-एक सीट पर चुनाव लड़ लें। लेकिन सपा की ओर से कोई जवाब नहीं आया। बाद में सपा-बसपा ने इन सीटों पर आपसी तालमेल की घोषणा कर दी।

उन्होंने कहा कि इसके बाद यदि कांग्रेस इन दोनों सीटों से अपने उम्मीदवार हटा लेती तो यह कार्यकर्ताओं का अपमान होता। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता पहले से ही नाराज चल रहा था। प्रत्याशियों को हटाने से उसकी नाराजगी और बढ़ सकती थी। हालांकि बब्बर ने यह भी कहा कि इन दोनों दलों के साथ कांग्रेस का रिश्ता कायम है और सभी रास्ते खुले हैं। अगले लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी नेतृत्व करेगा लेकिन एक बात तय है कि इस चुनाव में कांग्रेस की भूमिका नगण्य नहीं रहेगी।

उन्होंने कहा कि देश में सिर्फ एक ही रूझान है और वह है भारतीय जनता पार्टी को हराने का। मोदी सरकार की ओर से चुनाव में किये गये वादे पूरे न करने से देश का किसान ,युवा तथा आम आदमी भारतीय जनता पार्टी से नाराज है। यही कारण है कि उसे अब तक हुए लगभग सभी लोकसभा उप चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है।