EVM मामले पर बोले मौर्य: केजरीवाल और मायावती हार की हताशा में दे रहे ये बयान

punjabkesari.in Wednesday, Mar 15, 2017 - 01:24 PM (IST)

नई दिल्ली\लखनऊ:भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि केजरीवाल और मायावती हार की हताशा में ये सब बोल रहे हैं। एक पंजाब का मुख्यमंत्री बनने चले थे और बहनजी यूपी की मुख्यमंत्री बनने का सपना पाले बैठी थीं। दोनों के सपने इन प्रदेशों की जनता ने चकनाचूर कर दिया है। लिहाजा इनकी तबीयत कुछ खराब लग रही है और ये इस तरह के बयान दे रहे हैं।

मौर्य ने सामूहिक दुष्कर्म का आरोप झेल रहे समाजवादी पार्टी के नेता गायत्री प्रजापति की आज लखनऊ में हुई गिरफ्तारी के संबध में यहां संसद परिसर में संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि यह तो होना ही था। पूर्ववर्ती सरकार के संरक्षण के कारण इस तरह के तत्व कानून के शिकंजे से अब तक बचे हुए थे लेकिन अब सरकार बदल गई है। असामाजिक और आपराधिक तत्वों को संरक्षण नहीं मिलने वाला। राज्य में कानून-व्यवस्था की पूरी तस्वीर बदल जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में राज्य की कानून व्यवस्था दुरुस्त होगी।

प्रदेश अध्यक्ष ने प्रजापति की गिरफ्तारी के लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक और पुलिस महकमे के सभी लोगों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से निभाई है इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। प्रजापति को पुलिस ने आज लखनऊ में उनके आवास से गिरफ्तार किया। उनके दो बेटों तथा कुछ और रिश्तेदारों को पुलिस कल ही गिरफ्तार कर चुकी थी। प्रजापति पर अपने साथियों के साथ मिलकर एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने का आरोप है। उच्चतम न्यायालय की ओर से गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आदेश आने के बाद से प्रजापति भूमिगत हो गए थे।

मौर्य ने उत्तर प्रदेश में नए मुख्यमंत्री के चयन के सवाल पर कहा कि वह इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहेंगे क्योंकि यह काम भाजपा संसदीय बोर्ड का है वह जो फैसला लेगी वह सबको मान्य होगा। यह पूछे जाने पर कि अगर उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया गया तो वह क्या करेंगे। मौर्य ने कहा कि पार्टी जिसे जो भी जिम्मेदारी देगी उसका पालन किया जाएगा। मुख्यमंत्री के नाम के चयन में हो रही देरी पर उन्होंने कहा कि इस बारे में वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते क्योंकि यह मामला पूरी तरह से संसदीय बोर्ड के अधिकार क्षेत्र का है। यह एक महत्वपूर्ण मसला है और सोच समझ कर ही पार्टी कोई निर्णय लेगी।