‘आर्थिक अराजकता’ की वजह से 2019 में बनेगा तीसरा मोर्चा: अखिलेश

punjabkesari.in Tuesday, Feb 06, 2018 - 12:11 PM (IST)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि समाज के हर तबके को प्रभावित करने वाली ‘आर्थिक अराजकता’ के कारण अगले लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ तीसरा मोर्चा तैयार हो सकता है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के साथ अपनी दोस्ती की भी बात की और बसपा समेत सभी विपक्षी दलों के साथ अच्छा तालमेल होने की बात कही।

उन्होंने कहा कि देश में एक तरह की आर्थिक अराजकता फैली हुई है। पूरा देश इस उथल-पुथल से गुजर रहा है। चाहे बैंक हों, किसान हों, कारोबारी हों, नौजवान हों या वेतनभोगी वर्ग हो, समाज का हर वर्ग परेशानी झेल रहा है और इसके कारण 2019 में लोकसभा चुनावों से पहले तीसरा मोर्चा बनेगा।

अखिलेश मुंबई हिंदी पत्रकार संघ के सदस्यों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा जीएसटी के मुद्दे पर गुजरात चुनाव जीत गई लेकिन सचाई यह है कि न केवल गुजरात में बल्कि पूरे देश में व्यापारियों का बड़ा वर्ग नाराज है। उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने और नोटबंदी की वजह से लोगों को हुए नुकसान की भरपाई अभी तक नहीं हो सकी है।

अखिलेश ने सोमवार को सपा की एक रैली को संबोधित किया और मुंबई तथा महाराष्ट्र के कार्यकर्त्ताओं और नेताओं से मुलाकात की। जब सपा नेता से पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी तीसरे मोर्चे में शामिल होगी और कांग्रेस के साथ उसके समीकरण कैसे हैं, इस पर उन्होंने कहा कि दोस्ती बनी हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से हमारी दोस्ती अब तक बनी हुई है। हर विपक्षी दल और नेता के साथ मेरे बहुत अच्छे संपर्क हैं। मैंने बुआजी से बात नहीं की है लेकिन उनके साथ भी मेरे अच्छे संबंध हैं।वह बसपा अध्यक्ष मायावती के संदर्भ में बोल रहे थे।

कासगंज की हिंसा पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कई सारे वीडियो टेप सामने आए हैं और साफ हो गया है कि किस वजह से दुर्भाग्यपूर्ण हत्या हुई। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा द्वारा हम पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप बेबुनियाद हैं। अखिलेश ने कहा कि अगर हम ऐसा कर रहे हैं तो उन्हें हमारे खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। वे ऐसा क्यों नहीं कर रहे? सपा जल्द कई राज्यों से एक यात्रा निकालेगी।