PM को आदर्श मानता है यूपी का ये चायवाला, जनता तक पहुंचाता है मोदी के संदेश

punjabkesari.in Friday, Dec 08, 2017 - 03:44 PM (IST)

कानपुरः यह तो सब जानते हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाय बेचते थे। वहीं यह भी सच है कि वर्तमान में प्रधानमंत्री होते हुए भी वह जनता से मन की बात करते हैं। बस उनकी इसी मुहिम की तर्ज पर कानपुर में एक चाय बेचने वाले शख्स ने अनोखी मुहिम छेड़ी है। जिसके बल पर वह पीएम के अच्छे विचारों व संदेशों को आम जनता तक पहुंचाता है।

जानिए क्यों मानते हैं मोदी को अपना आदर्श
दरअसल, हम बात कर रहे हैं, इन्द्रनगर इलाके के अनिल कुमार की। जो पिछले 35 वर्षों से कानपुर में सड़क किनारे चाय की दुकान चलाते है। जिनका मानना है कि पीएम मोदी उनके आदर्श हैं। वहीं आदर्श बनाने की बात पर अनिल कहते है कि 2014 में लोकसभा चुनाव के वक्त जब नरेंद्र मोदी को भाजपा ने पीएम कैंडीडेट घाषित किया था तो विरोधी दलों के नेताओं ने उनके दूसरे रूप चायवाले को जनता के बीच लाए। इसमें भी वह आम होते हुए विजय रहे। देखा जाए तो उसमें चायवाले को भी सम्मान मिला।

ईमानदार नेता को वोट देने के लिए बोले थे अनिल
अनिल बताते है कि इसी तरह पीएम मोदी लोकसभा और विधानसभा चुनाव के वक्त कानपुर में रैली करने के लिए आए और हम चाय की केतली लेकर रैली स्थल पर पहुंचे। उन्हें सुनने आई जनता को चाय पिलाया और ईमानदार नेता को वोट देने को कहा।

पीएम मोदी ने जनता के लिए काम किया
अनिल कहते हैं कि चायवाले की पहचान गरीब तबके से होती है। लोगों से हमें वो रिस्पेक्ट नहीं मिलती। लेकिन पीएम मोदी ने जनता के लिए काम किया। साढ़े 3 साल के दौरान उनके दामन पर एक भी करप्शन का दाग नहीं लगा। मकर संक्राति के दिन हम दुकान पर खिचड़ी बनाकर लोगों में बाटते हैं और सर्दी में गरीबों को मुफ्त में चाय पिलाते हैं।

8 नवम्बर को प्रधानमंत्री के कायल हो गए
8 नवम्बर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात में नोटबंदी का फैसला सुनाया तब से अनिल प्रधानमंत्री के कायल हो गए। अनिल ने बताया कि जब लोग बैंक के बाहर लाइन पर खड़े होते थे, तब हम उनका हौसला अफजाई करते थे। कभी-कभी चाय की केतली लेकर पहुंच जाते और उन्हें थकान न हो इसके चलते उन्हें चाय पिलाते।

प्रधानमंत्री पर कई कविताएं भी लिखते है अनिल
अनिल प्रधानमंत्री के मन की बात को ही आगे नहीं बढ़ा रहे हैं, बल्कि इन्होंने प्रधानमंत्री पर कई कविताएं भी लिखी हैं। अनिल अपनी दुकान पर महापुरषों के जन्मदिवस पर लोगों को अपनी लिखी कविता सुनाते हैं। अनिल लोगों को स्वच्छता का सन्देश भी देते हैं, गली, मोहल्ले में अगर सफाईकर्मी नहीं आता तो अनिल रात को झाड़ू लेकर सड़क पर उतर कर सफाई करने लगते हैं। दुकान पर चाय पीने आए लोग बताते हैं कि अगर मोदी जी ने कोई मन की बात कही और उसको सुन नहीं पाए तो वह यहां पर लिखा हुआ देख लेते हैं।