खुले में शौच करने वालों को जिलाधिकारी ने सिखाया ऐसा सबक कि छुपाने लगे चेहरे

punjabkesari.in Tuesday, Mar 15, 2016 - 05:33 PM (IST)

कौशाम्बी(शिवनन्दन शाहू): कौशाम्बी के जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने आज सुबह वह काम कर डाला जो किसी ने सोचा भी नहीं था। सुबह-सुबह भोर में वे स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मचारियों के साथ मुख्यालय से सटे बबुरा गांव गए। यहां खुले में शौच कर रहे लोगों के ऊपर फूल फेंकवाए और उन्हें स्वच्छता मिशन की धज्जियां नहीं उड़ाने का अल्टीमेटम दिया। जिलाधिकारी को सामने देख लोगों का चेहरा शर्मिंदगी से झुक गया।  लोगों ने अपने कंपकपाते होठों से जिलाधिकारी से माफी मांगी। गांव के लोगों ने दुबारा खुले में शौच न करने का वादा किया। जिलाधिकारी ने गांव में ग्रामीणों के बीच जमीन पर बैठ उन्हें स्वच्छता अभियान से होने वाले फायदे बताए। उन्होंने ग्रामों को शपथ दिलाया कि अब वह खुले में शौच नहीं जाएंगे। 
 
खुले मैदान में रोज की तरह बैठे एक बुजुर्ग शौच कर रहे थे। स्वच्छता अभियान से बेफिक्र इस बुजुर्ग के पास अचानक कुछ बच्चे सीटी बजाते हुए आते दिखे। उन्होंने इसे शरारत समझा। थोड़ी ही देर में बच्चों ने उन्हें चारों ओर से घेर लिया। बात कुछ समझ आती इतने में डीएम अखंड प्रताप सिंह भी सामने आकर खड़े हो गए। डीएम को बूढ़ी आंखें पहचान तो नहीं पाईं पर बच्चों ने सबकुछ बता दिया। जल्दी-जल्दी वो उठकर खड़े हुए। हाथ जोड़कर डीएम को नमस्कार किया। बदले में डीएम ने भी हाथ जोड़ा और लगे स्वच्छता अभियान से जुड़ी बातें सुनाने। 
 
सच में उस वक्त बुजुर्ग का चेहरा देखते ही बन रहा था। कंपकंपाते हाथ जुड़े के जुड़े रह गए और चेहरा शर्मिंदगी से झुक गया। होठों पर सिर्फ गलतियों का अहसास था। ऐसी फजीहत सिर्फ बुजुर्ग को ही नहीं बल्कि खुले में शौच कर रहे बंबुरा गांव के कई लोगों को झेलनी पड़ी। नई दुलहन से लेकर गांव की उन तमाम युवतियों व महिलाओं को अपने महिला सहयोगियों के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान का रास्ता दिखाया जो घूंघट की आड़ में घर से हाथों में लोटा लेकर शौच के लिए बाहर निकलती हैं।
 
 तमाम लोगों के हाथों से तो लोटा ही छूट गया। वह इस तरह से तमाशबीन बन गए। जिलाधिकारी के आग्रह पर खुद की गंदगी को मिट्टी डाल सफाई भी किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने सड़क किनारे शौच करने वाले ट्रक चालक को भी स्वच्छता अभियान से रुबरु कराया। इस तरह के कई लोग अभियान की टीम का हिस्सा बने और भीड़ बढ़ाई। देखते ही देखते डीएम के साथ गांव के सैकड़ों बच्चे, बड़े और बुजुर्ग साथ हो लिए थे। गांव से टीम के जाने पर इस पहल की ग्रामीणों ने भलाई भी की और बुराई भी। अभियान के तहत जिलाधिकारी ने बाबुरा गांव में ग्रामीणों के साथ चौपाल लगा उन्हें स्वच्छता अभियान में शामिल होने के लिए राजी किया। उन्होंने युवाओं को अपने इस अभियान से जुड़कर दूसरे लोगों में प्रेरणा जगाने के लिए आगे आने को कहा।