मानवता हुई शर्मसारः ट्रेन की चपेट से घायल मरीज को मरने के लिए शौचालय में फेंका

punjabkesari.in Saturday, Jul 01, 2017 - 11:48 AM (IST)

वाराणसीः पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। यहां के कैंट स्टेशन पर ट्रेन की चपेट में आकर अपना हाथ गंवा देने वाले मरीज को मंडलीय अस्पताल के कर्मचारियों ने भर्ती करने की जगह शौचालय में फेंक दिया। यही नहीं उसके कटे हाथ को पास ही कूड़े में फेंक दिया गया। किसी तरह परिवार के लोग पहुंचे तो हंगामा हुआ अौर गंभीर रूप से घायल मरीज को सारनाथ के पास एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।

ट्रेन की चपेट में आने से पीडित का कटा हाथ
जानकारी के मुताबिक औरंगाबाद निवासी दिलीप कुमार बीते दिन घरवालों को बिना कुछ बताए बाहर कैंट रेलवे स्टेशन पहुंच गए। यहां ट्रेन की चपेट में आने से उनका एक हाथ कट गया। जीआरपी ने उन्हें मंडलीय अस्पताल पहुंचाया। इधर दिलीप के परिजन सांध्य कालीन अखबार में उनकी फोटो देखने के बाद मंडलीय अस्पताल पहुंचे। वहां सभी वार्ड देखने के बाद भी दिलीप का पता नहीं चला तो किसी ने बताया कि शौचालय में लावारिस मरीजों को रखा जाता है। परिजन वहां पहुंचे तो दिलीप को देखकर अवाक रह गए।

अस्पताल कर्मचारियों ने शौचालय में फैंका
दिलीप शौचालय की जमीन पर पड़े थे अौर उनका कटा हाथ पास में कूड़े में फेंका था। परिजनों के हंगामा करने के बाद जुटे अस्पताल कर्मचारियों ने किसी तरह उन्हें शांत कराया। दिलीप को लेकर परिजन सारनाथ स्थित निजी अस्पताल पहुंचे अौर भर्ती कराया।

लावारिस मरीजों की देखरेख के लिए स्टाफ नहीं: अस्पताल
दिलीप के साले सचिन के अनुसार अस्पताल कर्मचारियों का कहना है कि हमारे पास लावारिस मरीजों की देखरेख करने के लिए स्टाफ नहीं है। ऐसे में अगर उन्हें बेड पर रखा जाएगा तो शौच करने पर सफाई करने वाला कोई नहीं होता है। ऐसे में लावारिस मरीजों को शौचालय में ही जमीन में छोड़ दिया जाता है। शौचालय में ही संजय नाम का एक और लावारिस मरीज पड़ा था, जिसके दोनों पैर कटे थे। उसे भी बाहर निकाला गया। दिलीप के परिजन आज डीएम से मिलकर मामले की शिकायत करेंगे।

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