दहेज ना लाने पर पति ने दिया तीन तलाक, छत से फेंककर तोड़ी रीढ़ की हड्डी

punjabkesari.in Friday, Jan 19, 2018 - 12:08 PM (IST)

मुजफ्फरनगरः संसद में मुस्लिम महिलाओं को एक साथ तीन तलाक दिए जाने के खिलाफ बिल पास हो चुका है। लेकिन बिल पास होने के बाद भी एक साथ तीन तलाक दिए जाने की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसा ही एक मामला मुजफ्फरनगर से सामने आया है। यहां पीड़िता का आरोप है कि उसके पति ने दहेज ना लाने पर उसे तीन तलाक दे दिया। इतना ही नहीं तलाक देने के बाद आरोपी ने अपनी पत्नी को बुरी तरह से पीटा और छत से भी फेंक दिया। छत से गिरने से पीड़िता बुरी तरह से जख्मी हो गई और उसकी रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई। फिलहाल पीड़िता ने अपने पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है। 

जानकारी के मुताबिक मामला मेरठ के गढ़ मुक्तेश्वर का है। जहां मुजफ्फरनगर के खतौली की रहने वाली नरगिस की शादी हुई थी। शादी के कई साल हो जाने के बाद भी पति लगातार दहेज की मांग करता रहता था। नरगिस का आरोप है कि ससुराल वाले लगातार उससे मारपीट करते थे। पति बीते काफी दिन से उससे मायके से तीन लाख रुपए लाने की मांग कर रहा था, जिसमें मायके के लोग समर्थ नहीं थे। इसी बात को लेकर 15 जनवरी को उससे पति का झगड़ा हुआ तो पति जान मोहम्मद ने उसको तीन बार तलाक दे दिया। इसके बाद नरगिस को छत से फेंक दिया, जख्मी हालत में नरगिस को मायके के लोगों ने जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया।

वहीं नरगिस की मां ने बताया है कि बेटी की हालत काफी खराब है। नगरिस के साथ लगातार ससुराल के लोग ज्यादती करते थे लेकिन हम समझा ही देते थे कि वो प्यार से पति और सास ससुर के साथ रहे। नरगिस की मां ने कहा कि बेटी को मुहल्ले के सामने तलाक दिया गया और फिर जान से मारने की कोशिश की गई। उन्होंने बेटी की ससुराल के लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

वहीं पीड़ित नरगिस का कहना है कि उसके तीन बच्चे हैं, दो लड़के और एक लड़की। तलाक के बाद उसके पति जान मोहम्मद ने दोनों लड़कों को अपने पास रख लिया और बेटी को नरगिस को दे दिया। फिलहाल पीड़िता ने मामला दर्ज करा दिया है। पुलिस महिला की तहरीर पर मामले की जांच में जुट गई है।