Kanpur Violence: कानपुर हिंसा में तीन प्राथमिकियां दर्ज, 500 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज... मास्टरमाइंड समेत 24 आरोपी गिरफ्तार

punjabkesari.in Saturday, Jun 04, 2022 - 06:46 PM (IST)

कानपुर/लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर में हिंसा और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। हिंसा की घटनाओं में 40 लोग घायल हो गए थे। हिंसा से प्रभावित इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है और फिलहाल शांति का माहौल है। कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने पत्रकारों को बताया कि घटनाओं के सिलसिले में अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार को हुई हिंसा के सिलसिले में शनिवार को पुलिस ने और छह लोगों को गिरफ्तार किया।

मीना ने कहा, "हमने सीसीटीवी फुटेज और घटनाओं की अन्य वीडियो रिकॉर्डिंग की मदद से हिंसा में शामिल कुल 36 लोगों की पहचान की है। अब तक कुल 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 18 को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था।" गिरफ्तार किए गए लोगों में मौलाना मोहम्मद अली (एमएमए) जौहर फैंस एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी भी शामिल हैं, जिन्हें इस घटना के मास्टरमाइंड में से एक बताया जा रहा है। मौलाना मोहम्मद अली जौहर फैन्स एसोसिएशन हाशमी द्वारा गठित एक स्थानीय सामाजिक समूह है। हाशमी को तीन अन्य लोगों के साथ लखनऊ के हजरतगंज इलाके से गिरफ्तार किया गया।

पुलिस आयुक्त ने कहा, "गिरफ्तार आरोपियों को आज अदालत में पेश किया जाएगा और हम उनसे घटना की साजिश के बारे में पूछताछ के लिए 14 दिन की पुलिस हिरासत की मांग करेंगे।" अपराध शाखा की एक टीम ने स्थानीय खुफिया इकाई की मदद से गिरफ्तारियां कीं। अधिकारी ने यह भी कहा कि पीएफआई (पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) जैसे संगठनों की भूमिका पर भी गौर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी पहलुओं से घटना की जांच कर रहे हैं और पीएफआई और अन्य जैसे समूहों की संलिप्तता पर भी नजर रख रहे हैं। जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।" अधिकारी ने कहा कि आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया जाएगा। मीना ने कहा, "हम घटना को रोकने में पुलिस की ओर से संभावित चूक की भी जांच कर रहे हैं।"

अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि बेकनगंज पुलिस थाने में 500 से अधिक लोगों के खिलाफ दंगा और हिंसा को लेकर तीन प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। पहली प्राथमिकी थाना प्रभारी (बेकनगंज) नवाब अहमद ने लगभग 500 लोगों के खिलाफ दर्ज की है और उनपर घातक हथियारों से दंगा करने का आरोप लगाया है। प्राथमिकी में मौलाना मोहम्मद अली (एमएमए) जौहर फैंस एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी, उनके सहयोगियों यूसुफ मंसूरी और आमिर जावेद अंसारी सहित 36 लोगों के नाम जुमे की नमाज के तुरंत बाद हुई हिंसा के संबंध में हैं। एसएचओ ने कहा कि हयात और उनके समर्थकों ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को दुकानें बंद रखने का आह्वान किया था। प्राथमिकी में कहा गया है कि दंगाइयों ने घातक हथियारों का इस्तेमाल किया, पेट्रोल बम फेंके और सड़कों पर हंगामा किया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।

पुलिस उप-निरीक्षक (एसआई) आसिफ रजा द्वारा दर्ज की गई दूसरी प्राथमिकी में दंगे को लेकर 350 अज्ञात लोगों के अलावा 20 लोगों को नामजद करके प्राथमिकी दर्ज की गई है। एसआई ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया कि एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी, यूसुफ मंसूरी, अमीर जावेद अंसारी और अन्य के साथ दादा मियां चौराहे पर जमा हुए और दुकानदारों को अपनी दुकानें बंद करने के लिए मजबूर करते हुए यतीम-खाना इलाके की ओर गये जिससे अराजकता फैल गई। तीसरी प्राथमिकी चंदेश्वर हाटा निवासी मुकेश ने दर्ज करवाई है, जिसने आरोप लगाया है कि सैकड़ों मुसलमानों ने लाठी, लोहे की सरिया और घातक हथियारों से दूसरे समुदाय के लोगों पर हमला किया, उनकी हत्या के इरादे से पेट्रोल बम और पत्थर फेंके। प्राथमिकी में आरोपी के रूप में ``हजारों अज्ञात व्यक्तियों की भीड़' का उल्लेख है।

प्राथमिकी में एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी, यूसुफ मंसूरी, अमीर जावेद अंसारी, एहतिशाम उर्फ कबाड़ी, जीशान, आकिब, निजाम कुरैशी, आदिल, इमरान उर्फ कालिया, शहरयान, मुदस्सर, मोहम्मद आजाद, जीशान, अब्दुल शकील, इरफान उर्फ चड्डी, शेरा, सैफी, अरफित, इस्राइल, अकी उर्फ खिचड़ी, अदनान, परवेज उर्फ चिकना, शादाब, इशरत अली, मोहम्मद राशिद, अली शान, नासिर, आशिक अली, मोहम्मद आकिब, मोहम्मद सैद, अनस, शाहिद, बिलाल, हाजी मोहम्मद नासिर, हबीब और रहमान तथा अन्य अज्ञात व्यक्ति के नाम शामिल हैं।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा हाल ही में टीवी पर बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जब एक समुदाय के लोगों ने जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास किया तो परेड, नई सड़क और यतीमखाना इलाकों में झड़पें हुईं। पुलिस ने शनिवार को कहा कि इन झड़पों में पुलिस कर्मियों सहित कम से कम 40 लोग घायल हो गए।


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Content Writer

Mamta Yadav

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