यूपी में जानवरों का कहर: बाघ-भेड़िए ने 2 मासूमों की ली जान, बच्ची अभी भी गायब—गांव में दहशत का माहौल!
punjabkesari.in Friday, Nov 14, 2025 - 09:57 AM (IST)
Bahraich\Lakhimpur Kheri: उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में वन्यजीवों का आतंक बढ़ता जा रहा है। बहराइच और लखीमपुर खीरी जिले में बीते गुरुवार को हुई घटनाओं ने ग्रामीणों में खौफ और आक्रोश पैदा कर दिया है।
बहराइच में बाघ और भेड़िया के हमले
बहराइच के कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के ककरहा रेंज स्थित धर्मपुर बेझा गांव में 48 वर्षीय किसान भिखान आर्य खेत में काम कर रहे थे। इसी दौरान बाघ ने उन पर हमला कर दिया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि बाघ कई दिनों से इलाके में घूम रहा था और उसका वीडियो 3 दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, लेकिन वन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। उसी दिन बहराइच के गजाधरपुर गांव में संतोष की 3 वर्षीय बेटी जाह्नवी घर के बाहर खेल रही थी, तभी भेड़िया ने उसे उठा लिया। ग्रामीणों ने लाठी-डंडे लेकर पीछा किया, लेकिन भेड़िया गन्ने के खेत में घुसकर गायब हो गया। डीएफओ राम सिंह यादव ने बताया कि बच्ची की तलाश में 28 टीमें लगातार सर्च अभियान चला रही हैं। पिछले 67 दिनों में जिले में भेड़ियों के हमले में 5 बच्चों समेत 7 लोग मारे जा चुके हैं और 34 से अधिक घायल हुए हैं।
लखीमपुर खीरी में बाघ का हमला
लखीमपुर खीरी के ग्राम पटिहन में 12 वर्षीय ट्विंकल अपने दादा को खाना देने के बाद लौट रही थी। तभी खेत में छिपा बाघ उस पर टूट पड़ा। बाघ ने उसे गर्दन से पकड़कर खेत की ओर खींचने की कोशिश की। दादा और ग्रामीणों की समय पर मदद से बच्ची को छुड़ाया गया, लेकिन गंभीर हालत में उसे पलिया अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
ग्रामीणों का गुस्सा और वन विभाग की कार्रवाई
ग्रामीणों का आरोप है कि बाघ कई दिनों से इलाके में नजर आ रहा था और इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई थी, लेकिन विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। बहराइच और लखीमपुर खीरी में लगातार हो रही ऐसी घटनाओं से लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं। डीएफओ सूरज कुमार ने कहा कि घटनास्थल पर तेंदुए के पगचिह्न मिले हैं और पीड़ित परिवार को नियम के अनुसार आर्थिक सहायता दी जाएगी।
स्थिति चिंताजनक
तराई क्षेत्र में वन्यजीव हमलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बाघ और भेड़ियों के लगातार हमलों से स्थानीय लोग सुरक्षा की मांग कर रहे हैं और वन विभाग पर कड़ी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।

