ट्रैक्टर परेड कांड: पैनल रिपोर्ट को दरकिनार कर पिता बोले- गोली लगने से हुई मेरे बेटे की मौत

punjabkesari.in Saturday, Jul 17, 2021 - 11:55 AM (IST)

रामपुरः दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रेक्टर परेड के दौरान हुई किसान नवरीत सिंह की मौत का मामला फिर सुर्खियों में आ गया है, कोर्ट के आदेश पर मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के पैनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि किसान नवरीत सिंह की मौत गोली लगने से नहीं बल्कि सिर में गम्भीर चोट लगने की वजह से हुई है। डॉक्टरों की इस रिपोर्ट पर नवरीत सिंह के परिजनों ने सवाल उठाते हुए कहा कि हमें क्या पता कि वहीं एक्सरे प्लेट है या कोई और प्लेट दी है, उन्होंने कहा कि डॉक्टरों के ऊपर दवाब बनाकर रिपोर्ट ली होगी, परिजनों ने कहा कि कोर्ट का सम्मान करते हैं देखते हैं कोर्ट क्या फैसला करेगा।

रामपुर के बिलासपुर तहसील के डिबडिबा गांव के रहने वाले किसान नवरीत सिंह की दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रेक्टर परेड के दौरान मौत हो गई थी नवरीत सिंह की मौत गोली लगने से हुई या सिर में चोट लगने से इसको लेकर अभी कोर्ट में मामला चल रहा है। कोर्ट के आदेश पर मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के पैनल ने रामपुर जिला अस्प्ताल में हुए नवरीत के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट, एक्सरे प्लेट, वीडियो और सम्बंधित सामग्री की जांच कर अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उनकी मौत गोली लगने से नहीं बल्कि सिर में गंभीर चोट लगने की वजह से हुई है।

मेडिकल कॉलेज की इस रिपोर्ट को मृतक नवरीत के परिजनों ने गलत बताया है कि मृतक के पिता ने बताया 100 प्रतिशत उसके गोली लगी है, चोट का तो कोई मतलब ही नहीं है। गोली लगने से उसकी मौत हुई है, उसमें पूरा लिखा हुआ है एंट्री पॉइंट एग्जिट पॉइंट पूरा ब्रेन मेटर बाहर, एक्सीडेंट हुआ है यह कहना तो गलत बात है। पहले दिन जिस दिन एक्सरे हुआ हमे डॉक्टर्स ने दिखाया कि यहां से लाइन आ रही है। गोली यहां से क्रोस हुई है, अब क्या पता वहीं एक्सरे प्लेट दी गई है या कोई और दी है, जो अब दी है उस पर तो एक स्टिकर लगा दिया और लिख दिया नवरीत सिंह है।

मृतक के पिता ने कहा कि डॉक्टरों के ऊपर दबाव बना कर यह रिपोर्ट ली गई होगी। कोर्ट में तारीख लगी है देखते हैं क्या होता है। वही उन्होंने कहा कि कोर्ट का सम्मान करते हैं, लेकिन इस रिपोर्ट को हम सही नहीं मानते, अगर उन्होंने ऐसी रिपोर्ट दी है कि एक्सीडेंट में चोट लगने से मौत हुई है तो हम सही नहीं मानते , लेकिन कोर्ट पर हमें पूरी उम्मीद है। 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj