सिंचाई विभाग का बाबू बन बैठा धन कुबेर, ट्रेजरी से लाखों रूपये निजी खाते में कराए ट्रांसफर

punjabkesari.in Friday, Jul 06, 2018 - 05:43 PM (IST)

फर्रुखाबादः योगी सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने के तमाम बड़े-बड़े दावों में दम भर्ती है, लेकिन हकीकत में ये तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं। ताजा मामला फर्रुखाबाद का है। जहां अधिकारियों पर पैसे का नशा इस कदर हावी हुआ पड़ा है कि उन्होंने सरकारी ट्रेजरी के पैसे पर ही हक जमा लिया।

जानिए पूरा मामला 
मामला सिंचाई विभाग में तैनात बाबू मनोज कुमार और बड़े बाबु कैशियर स्वदेश दुबे के साथ सिचाई विभाग के एक्स्सियन सुशील कुमार की मिली भगत से लाखों रूपये सरकारी ट्रेजरी ऑफिस से निजी खातों में अवैध रूप से 39 लाख 90 हजार 341 रूपए का भुगतान करा लिया गया। मनोज वर्ष 2003 से फर्रुखाबाद के सिंचाई विभाग में तैनात है। वर्ष 2010 से लगातार अभी वर्ष 2018 तक लाखों रूपए का निजी खातों में भगतान करा चूका है, लेकिन जिले के अधिकारी अपनी कुंभकरनी नींद से जागने का नाम नहीं ले रहे हैं।

जांच अधिकारी झाड़ रहे पल्ला 
आलम यह है कि शिकायत के बाद भी अधिकारी बाबु मनोज कुमार के साथ स्वदेश दुबे के साथ एक्स्सियन सुशील कुमार पर अधिकारी पिछले कई महीनों से जांच कराने की बात कह कर पल्ला झाड रहे हैं। मनोज कुमार ने शिकायत के आधार पर फर्जी रूप से ऑफिस के फर्नीचर की खरीददारी समेत प्राइवेट मजदूरी समेत अन्य दर्जनों कार्यो के नाम पर तक़रीबन 39.90.341 लाख रूपये अपने जिले की बैंक आफ बरोडा साखा फतेहगड खाता संख्या 2436010001879 में बर्ष 2013 से लेकर बर्ष 2015 तक तक़रीबन 11.18.612 रूपए सरकारी ट्रेजरी आगीश के द्वारा भुगतान करवा लिया गया है। 

निजी खातों में करवाया पैसा का भुगतान 
ख़ास बात यह रही इतनी बड़ी रकम किसी निजी खाते में ट्रासफर की जानकारी जिले के किसी भी अधिकारी के कानों कान कोई खबर नहीं हुई। वही बैंक आफ बरोडा की के इस खाते में हुए ट्रांसफर राशी का भुगतान ज्यादातर की निकासी खाता धारक मनोज कुमार ने अपने एटीएम् के द्वारा की गई है। वही बाबु मनोज कुमार का दूसरा खाता जिले की ग्रामीण बैक भोलेपुर में भी सरकारी ट्रेजरी के द्वारा बर्ष 2015 से लेकर बर्ष 2017 तक खाताधारक बाबु मनोज कुमार ने खाता संख्या 044710110002377 में तक़रीबन 18.49.534 लाख रूपये सरकारी ट्रेजरी से भुगतान करवा लिया। 

सरकारी धन का कुबेर बन बैठे रहे लालची अधिकारी 
मनोज कुमार ने अपने तीसरे बैंक खाते ग्रामीण बैंक फतेहगड की खाता संख्या 15971 में वर्ष 2010 से लेकर वर्ष 2013 तक 9 लाख 22  हजार 195 रूपये सरकारी ट्रेजरी से अपने निजी खातों में ट्रांसफर करवा लिया। मामले को बाबु मनोज कुमार अपने रसूक की दम पर दबाए रहा और सरकारी धन का कुबेर बन बैठा रहा। वहीं सात साल में जिले के सिंचाई विभाग में कई अधिशासी अभियान आए और चले गए लेकिन बाबु मनोज कुमार और कैशियर स्वदेश दुबे के खिलाफ आंख उठा कर देखने की जेहमत नहीं उठाई। सि

जिलाधिकारी के पास नहीं है कोई जवाब 
पिछले तक़रीबन 2 महीने पहले शिकायत करता अभिषेक ने जब इस मामले पर्दा उठाया और शिकायत जिले की जिलाधिकारी मोनिका रानी से की तो आज तक जिलाधिकारी ने मामले की जांच पूरी नहीं करा पाई। वह खाना पूर्ति में लगी रही जिलाधिकारी से जब इस मामले के लिए पंजाब केसरी ने जब बात करने की कोशिश की तो मामले पर कैमरे के सामने बोलने से साफ़ मन कर दिया। 


 

Tamanna Bhardwaj