प्रदूषण को रोकने में पेड़-पौधों का होता है महत्वपूर्ण योगदान: नाईक

punjabkesari.in Monday, Feb 18, 2019 - 12:04 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि प्रदूषण पूरे विश्व के लिए चिन्ता का विषय है और इसे रोकने में पेड़-पौधों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। नाईक रविवार को राजभवन में आयोजित दो दिवसीय प्रादेशिक फल-शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी के समापन के मौके पर पुरस्कार वितरण समारोह में बोल रहे थे।

राज्यपाल ने समापन समारोह में घोषणा करते हुए कहा कि राजभवन उद्यान 25 फरवरी से 11 मार्च तक तीन से पांच बजे तक आम नागरिकों के लिए खोला जायेगा। इस अवसर पर नाईक ने कहा कि प्रदूषण पूरे विश्व के लिए चिन्ता का विषय है। प्रदूषण रोकने में पेड़-पौधों का महत्वपूर्ण योगदान होता है और इसके लिए सभी को प्रयास करने की जरुरत है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प लिया है। किसानों को उचित मार्गदर्शन मिलने के साथ-साथ उनके ज्ञान में वृद्धि हो तो उपज और आय दोनों अच्छी हो सकती है। उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण एवं फसलों के उचित संरक्षण से किसानों की आय दोगुनी हो सकती है।

उन्होंने कहा कि उन्नत प्रकार के फल, फूल, शाकभाजी, औषधीय पौधों को बढ़ावा देने की दृष्टि से आयोजित इस प्रदर्शनी का लाभ किसानों तथा फल-फूल से जुड़े व्यवसाय करने वालों को पहुँचना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान वैज्ञानिक जानकारी का लाभ उठायें।

नाईक ने कहा कि आज हमारा देश खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर है। देश 1947 में आजाद हुआ था उस समय देश खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर नहीं था। वर्ष 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए तथा अनाज की कमी के कारण सप्ताह में एक दिन उपवास की बात करते हुए ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया था।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद से लेकर आज की जनसंख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है। किसानों की मेहनत और कृषि संवद्र्धन के कारण हम खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हुए हैं और आज निर्यात की स्थिति में भी हैं। किसानों को सही दिशा मिले तो ज्यादा लाभ हो सकता है। उन्होंने कहा कि देश के किसानों में शक्ति है, उनको आगे ले जाने के लिये उचित प्रोत्साहन एवं सहयोग की जरूरत है।

Tamanna Bhardwaj