हादसों के बाद दशहरा व मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम में ट्रालियां रहीं नदारद, पिकअप व बैल गाड़ियों पर सवार होकर मूर्ति विसर्जन

punjabkesari.in Wednesday, Oct 05, 2022 - 09:29 PM (IST)

रायबरेली: नवरात्रि के 9 दिन के नवरात्र के बाद जहां दशहरा मेला का शुभारंभ हुआ वहीं माता रानी की मूर्तियों के विसर्जन का कार्यक्रम शुरू हो गया। भक्तों ने सुबह से ही खराब मौसम को देखते हुए माता की मूर्तियों के विसर्जन को लेकर पूजा अर्चना के बाद निकल पड़े। आखिर कार तेज बारिश शुरू हुई और भक्तों ने भीगते हुए माता रानी की मूर्तियों के विसर्जन को लेकर वाहनों से विसर्जन स्थल तक पहुंचे और मूर्तियों को भूमि विर्सजन किया।

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डोल बाजों पर थिरकते नजर आये भक्त
इस बारिश के बीच भक्त माता के जयकारों के साथ डोल बाजों पर थिरकते नजर आये। बड़ी बात यह देखने को मिली कि ट्रैक्टर ट्रालियों से हादसों के बाद भक्तों ने माता की मूर्तियों को बैलगाड़ी व पिकअप से ले जाते दिखे। वहीं जनपद में चारों ओर पुलिस की चप्पे-चप्पे पर तैनाती की गई थी।

ज्ञात हो कि आज दशहरा व मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम को लेकर जिले के हर चौराहे व विसर्जन घाटों पर पुलिस की मुश्तैदी के बीच दशहरा मेला व विसर्जन कार्यक्रम शुरू हुआ। शहर के सई नदी तट पर दुर्गा विसर्जन को लेकर प्रशासन की ओर से चुस्त दुरुस्त व्यवस्था की गई थी। वही ऊँचाहार, डीह, डलमऊ, गेगासो सहित सरेनी आसपास के घाटों पर पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था की गयी। डीह ब्लॉक क्षेत्र में बारिस के बीच माता रानी को बैलगाड़ी में सवार कर विसर्जन स्थल तक नाचते गाते पहुंचे। इस विसर्जन से पूर्व ही पुलिस में यह आदेश जारी किया था इस बार दशहरे मूर्ति विसर्जन पर ट्रैक्टर ट्रालियों पर बैन लगाया गया। जिसके चलते भक्तों ने माता की मूर्तियों को छोटे व बड़े पिकअप में सवार करते हुए नाच गाने के साथ विसर्जन स्थल तक पहुंचे। 
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कोर्ट के आदेश पर कराया गया भूमि विसर्जन- सीओ
लालगंज सीओ महिपाल पाठक ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर गंगा में मूर्ति विसर्जन ना करने का आदेश के साथ ही पुलिस प्रशासन की ओर से जेसीबी से गड्ढा खोदवाकर भूमि विसर्जन करवाया जा रहा है। लोगों की गंगा स्नान को लेकर भी बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं और लोगों को गहराई में जाने से रोका जा रहा है।


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Content Writer

Ajay kumar

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