14 करोड़ के कर्ज से परेशान कारोबारी ने योगी को पत्र लिख मांगी इच्छा मृत्यु, बैंक पर लगाए गंभीर आरोप

punjabkesari.in Monday, Sep 12, 2022 - 05:23 PM (IST)

मेरठः उत्तर प्रदेश में मेरठ से सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां की एक बैंक ने उद्यमी प्रवीन कुमार जैन का खाता एनपीए होने के बाद संपत्ति को नीलाम कर दिया। वही उद्यमी प्रवीन ने बैंक पर आरोप लगाया है कि बैंक ने संपत्ति बेचकर जमा की गई राशि को लोन राशि में से न घटाकर ब्याज राशि में से घटा लिया है। जिस कारण अभी भी उन पर 14 करोड़ का कर्ज बाकी है। वही इस कर्ज से परेशान होकर उद्यमी ने सांसद राजेंद्र अग्रवाल को ज्ञापन दिया है। जिसमें उन्होंने परिवार सहित इच्छामृत्यु दिलाने की मांग की है।

बता दें कि मामला मेरठ जिले के रुड़की स्थित भगवानपुर का है। जहां के निवासी उद्यमी प्रवीन कुमार जैन की 7,340 वर्गमीटर क्षेत्रफल में इलेक्ट्राॅनिक्स उत्पादों की फैक्टरी थी। उद्यमी प्रवीन ने बताया कि 30 सितंबर 2016 में उनके खाते एनपीए में चले गए। जिसके बाद 2 जनवरी 2019 में एक राष्ट्रीयकृत बैंक को संपत्ति हैंडओवर कर दी। इसी दौरान बैंक ने  परतापुर और अन्य जगह की चार करोड़ रुपये की संपत्ति को दो करोड़ रुपये में बेच दिया। इससे प्राप्त हुई दो करोड़ रुपये की राशि को बैंक ने लोन के मूल से न घटाकर ब्याज में से घटा लिया। जिससे कर्ज के मूल में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।

उन्होंने ने आगे बताया कि बैंक ने 26 अगस्त 2022 को रुड़की की फैक्टरी को भी 8.5 करोड़ रुपये में बेच दिया गया है, जबकि इस की कीमत 15 करोड़ रुपये से अधिक है। वहीं 8 सितंबर को संपत्ति का बैनामा, सेल लेटर और उस व्यक्ति को संपत्ति पर कब्जा भी दे दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बैंक ने ओटीएस (एकमुश्त समाधान) का लाभ भी नहीं दिया है, उन पर अभी भी 14 करोड़ का कर्ज बाकी है।

 इतना ही नहीं इससे फैक्टरी के 250 कर्मचारियों का रोजगार भी प्रभावित हुआ है। वहीं जब उद्यमी प्रवीन कुमार को इस मामले का कोई हल नहीं निकलता दिखा तो उन्होंने सांसद को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। वहीं सांसद ने सोमवार को बैंक अधिकारियों सहित वित्त मंत्री को उद्यमी की समस्या बताने का आश्वासन दिया है।

 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj