अखिलेश यादव ने लिखा खुला पत्र- ढाई आदमी और मीडिया मिलकर देश को कर रहे बर्बाद
punjabkesari.in Wednesday, Feb 06, 2019 - 08:57 AM (IST)
लखनऊ: पश्चिम बंगाल की घटना को लोकतांत्रिक मूल्यों पर कुठाराघात करार देते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देश की जनता के नाम लिखे खत में कहा है कि ढाई आदमी और मीडिया का एक वर्ग मिलकर संवैधानिक मूल्यों और मर्यादाओं को बर्बाद करने पर तुले हैं। यादव द्वारा मंगलवार को जारी पत्र में लिखा है कि टू एंड हाफ मैन और मीडिया मिलकर इस देश को बर्बाद करना चाहते हैं।
जानकारी मुताबिक लोगों से देश के लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने की अपील करते हुए यादव ने कहा कि बंगाल में संवैधानिक मूल्यों और सिद्धांतों पर ही हमला नहीं हुआ है बल्कि यह देश के संस्थापकों पर भी कुठाराघात है। दरअसल भाजपा ने कभी भी संविधान पर भरोसा नहीं किया इसलिए सारे संस्थापकों ने भाजपा और उसकी सहयोगी संस्था आरएसएस का हमेशा विरोध किया है।
उन्होने कहा कि देश में अल्पसंख्यक खौफ के साए में जीने को मजबूर है कि कब वह माब लिचिंग का शिकार ना बन जाए। भाजपा का आई टी सेल वास्तव में इंटरनेट टेररिस्ट सेल बन चुका है जो इस तरह की अफवाहों को हवा देता है। भाजपा देश के युवाओं को चंद उद्योगपतियों के हाथों बेच रही है, ये वहीं उद्योगपति हैं जिन्हें फायदा पहुंचाने के लिए ये सरकार सारे नियम बनाती है। पिछले 45 सालों में बेरोजगारी अपने चर्म पर है।
यादव ने कहा कि पिछले 24 घंटों में भाजपा का यह फार्मूला साफ हो गया है कि जो लोग इनके साथ नहीं है उनको सीबीआई के चक्कर में फंसाओं। उन पर देश द्रोह का आरोप लगाओ। ऐसा करके ये लोग अगले 50 सालों कर राज करना चाहते हैं। पत्र में जनता से अपील की गई है कि देश को चलाने के लिए एक मजबूत आदमी चाहिए, जिसके गुण मौजूदा प्रधानमंत्री में नही है।
ममता बनर्जी पर हमला करके ये ढाई आदमी शायद अतीत को भूल गए हैं कि ये वो महिला है जिन्हें ज्योति बसु के ऑफिस से बाल पकड़ के बाहर निकाला गया था क्योंकि ये एक बलात्कारी को जेल भेजने की मांग कर रही थीं। ये वह महिला हैं जिन्होंने बंगाल से कम्युनिस्ट पार्टी को उखाड़ फेंका ये ही वो महिला हैं जो किसानों के हित के लिए उद्योगपतियों के सामने डट कर खड़ी हो गईं थीं। यादव ने कहा कि सीबीआई, आईएएस, आईपीएस खुद पर हो रहे इस राजनीतिक हमलों का विरोध करें और मीडिया अपनी बातों को बिना डर के खुलकर सामने रखे।