यूपी में अजीबोगरीब कारनामा ! रामपुर में जिंदा को मृत दिखाकर बीमा क्लेम वसूलने के मामले में दो गिरफ्तार

punjabkesari.in Tuesday, Jul 12, 2022 - 09:37 PM (IST)

रामपुर: उत्तर प्रदेश के रामपुर में बीमा के कागजों में हेरफेर कर जिंदा व्यक्ति को मृत दिखाकर बीमा की राशि हड़पने से जुड़े फर्जीवाड़े के मामले में पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।       

पुलिस ने मंगलवार को बताया कि इस गैंग के सदस्य जिंदा व्यक्ति को मृत बताकर उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर जीवन ज्योति बीमा योजना के अन्तर्गत खाते से रुपए निकालते थे। फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग के दो सदस्य पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं। इनमें से एक जनसेवा केन्द्र का संचालक और ब्लॉक कॉडिर्नेटर हैं। इनके कब्जे से लैपटॉप, प्रिटंर, मोबाईल फोन व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के कागजात, कैश आदि बरामद किया है। इस फर्जीवाड़े में संदिग्ध तौर पर शामिल ब्लॉक सैदनगर की ग्राम विकास अधिकारी ऊषा चौहान फरार है।       

पुलिस ने आरिफ पुत्र शफीक अहमद, निवासी गांव काशीपुर थाना गंज, को गिरफ्तार किया है। आरिफ की जिला अस्पताल के पास जौहर जनसेवा केन्द्र के नाम से दुकान है। प्रधानमन्त्री जनधन योजना के अन्तर्गत आरिफ ने कृष्णपाल पुत्र गोमद निवासी ग्राम घाटमपुर उफर् बेनजीर व उसकी पत्नी मोरसारी का खाता भी अपने जनसेवा केन्द्र से खोला था। बीमा योजना के अन्तर्गत आरिफ ने कृष्णपाल का बीमा किया था। आरिफ ने बाबू गुलाब खां से ब्लॉक में जाकर गोपनीय तरीके से संपकर् किया, तो बाबू गुलाब खां ने बताया कि वह किसी का भी मृत्यु प्रमाण पत्र अपनी ग्राम विकास अधिकारी कुमारी ऊषा के माध्यम से बनवा देगा, जिनका पासवडर्, आईडी भी गुलाब खां के पास रहता है।       

पूछताछ में उसने बताया कि 10 हजार रुपये गुलाब खां तथा ग्राम विकास अधिकारी ऊषा को बराबर के हिस्से के रूप में मिलते हैं। आरिफ ने कृष्णपाल व उसकी पत्नी मोरसारी के आधार काडर् व फोटो व 10 हजार रूपये, बाबू गुलाब खां को दिये थे। कुछ दिन के बाद बाबू गुलाब खां ने आरिफ को कृष्णपाल का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर दिया। मृत्यु प्रमाण पत्र तथा अन्य कागजात तैयार कर एसबीआई जीवन बीमा मे जमा कर दिए गए। कृष्णपाल की पत्नी मोरसारी जो कृष्णपाल की नॉमिनी है, के खाते मे 2 लाख रूपये क्लेम के आये। आरिफ ने मोरसारी को जनधन खाते मे सरकार द्वारा 500 रुपये आने की बात बताई और मोरसारी को कई बार अपनी जन सेवा केन्द्र पर बुलाकर उसका अगूठा लगवा कर उसके खाते से पूरे 2 लाख रूपये निकाल लिए।       

आरिफ के साथी बाबू गुलाब खां को मोहनपुर से गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के उपकरण व अभिलेख आदि बरामद हुए है। पुलिस के मुताबिक यह फर्जी प्रमाण पत्र ग्राम विकास अधिकारी उषा चौहान की आईडी व पासवडर् के माध्यम से उनकी सहमती से बनाये गए हैं। इससे मिली रकम को गुलाब खां तथा उषा आपस में बांट लेते हैं। यह फर्जीवाड़ा उजागर होने की बात पता चलने पर उषा चौहान फरार हो गयी है।

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Mamta Yadav