मैनपुरी और अलीगढ़ में पकड़ी गई दो शिक्षिकाएं,  ''अनामिका'' के नाम पर कर रही थीं नौकरी

punjabkesari.in Sunday, Jun 14, 2020 - 07:01 PM (IST)

मैनपुरी/अलीगढ़: चर्चित अनामिका शुक्ला प्रकरण की चल रही एसटीएफ जांच के बीच मैनपुरी और अलीगढ़ में अनामिका के नाम से नौकरी कर रही दो शिक्षिकाओं को गिरफ्तार किया गया है। मैनपुरी के जिला अधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने रविवार को बताया कि जिले के बेवर थाना क्षेत्र में रहने वाली अनीता देवी नामक शिक्षिका को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया।

उन्होंने बताया कि अनीता अंबेडकर नगर जिले के रामनगर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में अनामिका शुक्ला बनकर पिछले एक साल से नौकरी कर रही थी और उसने पुष्पेंद्र सिंह नामक व्यक्ति की मदद से अनामिका के दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल करके वह नौकरी हासिल की थी।

जिलाधिकारी के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद अनीता ने पुलिस को बताया है कि उसके पति का 3 साल पहले देहांत हो गया था और उसकी आर्थिक स्थिति खराब है। उसका एक दिव्यांग बेटा है। ऐसी स्थिति में वह अपने पति के मित्र पुष्पेंद्र के संपर्क में आई थी जिसने फर्जी दस्तावेज बनाकर उसे नौकरी दिलवाने में मदद की थी। अनीता का कहना है कि पुष्पेंद्र उसे मिलने वाली 22000 रू प्रतिमाह तनख्वाह में से उसे सिर्फ 10000 देता था। बाकी रकम रख लेता था। जिलाधिकारी ने बताया कि पुष्पेंद्र की तलाश की जा रही है।

उधर, अलीगढ़ में भी अनामिका शुक्ला के दस्तावेज पर नौकरी कर रही एक शिक्षिका को गिरफ्तार किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी. ने बताया कि अनामिका के फर्जी दस्तावेज बनवाकर नौकरी हासिल करने वाली बबली यादव को बिजौली गांव से गिरफ्तार किया गया है। वह इस गांव में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में नौकरी कर रही थी। बबली ने स्वीकार किया है कि उसकी ननद सरिता यादव ने भी अनामिका शुक्ला के नाम से नौकरी हासिल की है और वह प्रयागराज के सोरन स्थित एक कॉलेज में पढ़ा रही है।

उन्होंने बताया कि बबली के मुताबिक उसने अपने देवर मैनपुरी निवासी बल्लू यादव की मदद से उसी के जिले के रहने वाले पुरुषोत्तम उर्फ गुरु तथा उसकी मित्र राज बेटी से संपर्क बनाया जिन्होंने उसे अनामिका शुक्ला के नाम से फर्जी दस्तावेज हासिल करने में सहायता की।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बल्लू यादव और पुरुषोत्तम की मदद से उसने काउंसलिंग की प्रक्रिया को पार किया और तीन लाख रुपये रिश्वत देकर नौकरी हासिल की। उन्होंने बताया कि पुरुषोत्तम और राज बेटी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम मैनपुरी भेजी गई है।

गौरतलब है की बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों का डेटाबेस तैयार करते वक्त अनामिका शुक्ला नामक महिला के दस्तावेजों के आधार पर विभिन्न जिलों में अनेक महिलाएं कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में नौकरी करती पाई गई हैं। इस मामले की जांच पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को सौंपी गई है। एसटीएफ के महानिरीक्षक अमिताभ यश ने बताया की एसटीएफ एक गहरी साजिश की जांच कर रही है। इस मामले के दोषियों की पहचान की जा रही है और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में एसटीएफ प्रयागराज, अलीगढ़, रायबरेली, सहारनपुर, कासगंज और अंबेडकरनगर जिलों में जांच कर रही है।


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Edited By

Umakant yadav

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