अल्ट्रासोनिक मशीनें पकड़ रहीं रेल ट्रैक की खामियां

punjabkesari.in Monday, Jul 02, 2018 - 06:35 PM (IST)

इटावाः रेल हादसों की आवृत्ति में कमी लाने की कवायद के तहत रेलवे प्रशासन ने देश के अति व्यस्त दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर रेल पटरियों की पड़ताल अल्ट्रासोनिक मशीनों से करने का काम शुरू किया है।

इटावा रेलवे जंक्शन के अधीक्षक पूरनमल मीना ने सोमवार को बताया कि वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों के निर्देश पर रेल पटरियों को जांचने का काम तेजी से किया जा रहा है। जिसमें अल्ट्रासोनिक मशीनों की सहायता ली जा रही है। ट्रैक की बारीकी से जांच करने के लिए दो प्रकार की एसआरटी व डीआरटी अल्ट्रासोनिक एक्सरे मशीनें लगाई गई हैं। इन मशीनों के द्वारा प्रतिदिन चार से पांच किमी रेलवे ट्रैक को जांचा जा रहा है। इटावा रेलवे स्टेशन से सराय भूपत तक का रेलवे ट्रैक जांचा जा चुका है। इस दौरान मशीनों द्वारा पकड़ी गयी खामियों को दुरुस्त कराया गया है।

कानपुर के यूएसएफडी विभाग ने अल्ट्रासोनिक मशीनें भेजी है। इन मशीनों पर प्रतिदिन सात से आठ कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। ट्रैक मैन लाल प्रकाश व मुकेश ने बताया कि ट्रैक की जांच के लिए सिंगल रेल टेस्टर व डबल रेल टेस्टर की मशीनें लगाई गई हैं। इन मशीनों के द्वारा पटरी कितनी खराब है या अन्य कोई खामियां तो नहीं हैं, उनकी पड़ताल की जाती है।

उन्होंने बताया कि इस मशीन के द्वारा ट्रैक में हुआ हेयरलाइन फ्रैक्चर भी पकड़ में आएगा और अन्य जो भी बारीकी खामियां होंगी, वह भी अल्ट्रासोनिक एक्सरे मशीन की पकड़ में आ जाएंगी। हावड़ा से दिल्ली तक रेलवे ट्रैक को जांचने के लिए सैकड़ों की संख्या में यह मशीनें कार्य कर रही हैं और अल्ट्रासोनिक वेब डालकर रेल पटरी को चेक कर रही हैं। 

Tamanna Bhardwaj