भतीजे के साथ बढ़ती अनबन के बीच चाचा शिवपाल का बयान, कहा- आजम भाई के लिए सपा ने कुछ नहीं किया

punjabkesari.in Friday, Apr 29, 2022 - 06:30 PM (IST)

फर्रुखाबाद: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ बढ़ती अनबन के बीच वरिष्ठ समाजवादी नेता शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को कहा कि वह जेल से बाहर आने के बाद सपा नेता आजम खान के साथ एक नया मोर्चा बनाने पर विचार करेंगे। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि वह ईद के बाद पार्टी नेताओं के साथ इस मामले पर चर्चा करेंगे। शिवपाल यादव ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के उस बयान को एक बार फिर "गैर-जिम्मेदार और अपरिपक्व" बताया जिसमें उन्होंने उनके (शिवपाल के) भाजपा में जाने को लेकर टिप्पणी की है।

उन्होंने कहा कि ‘‘नेताजी का यह फैसला हो ही नहीं सकता, अखिलेश यादव गैरजिम्मेदाराना और नादानी का परिचय देने वाले बयान दे रहे हैं।' यहां एक पेट्रोल पंप का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिवपाल यादव ने दावा किया कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के साइकिल चुनाव चिह्न पर हाल ही में जसवंतनगर क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीतने वाले प्रगतिशील समाज पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा, "अगर अखिलेश मुझे भाजपा में भेजना चाहते हैं, तो उन्हें मुझे तुरंत सपा विधायक दल से निकाल देना चाहिए।"

उन्होंने आजम खान के पक्ष में बोलते हुए कहा कि उन्हें "छोटे-छोटे मामलों" में परेशान किया जा रहा है। जब उनके और आजम के अलग मोर्चा बनाने की संभावना के बारे में पूछा गया, तो यादव ने कहा, "इस बारे में फैसला उनके (खान) जेल से बाहर आने के बाद लिया जाएगा।" रामपुर विधानसभा क्षेत्र से 10 बार के विधायक आजम खान विभिन्न मामलों में दो साल से अधिक समय से सीतापुर जेल में बंद हैं। क्या अखिलेश यादव चाहते तो आजम खान को जेल से निकाल लिया जाता? इस सवाल पर अखिलेश पर तंज करते हुए उन्होंने कहा, " समाजवादी पार्टी का इतिहास संघर्ष का, धरना प्रदर्शन का रहा है और वह मुझे दिख नहीं रहा है, इसीलिए आजम भाई के लिए कुछ नहीं किया गया।'' पिछले दिनों सीतापुर जेल में आजम खान से मिलने गए शिवपाल यादव ने दोहराया कि सपा को आजम खान के मुद्दे पर संसद में मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में आंदोलन करना चाहिए था। 

उन्होंने कहा कि आजम भाई सबसे वरिष्ठ हैं, दस बार के विधायक हैं, लोकसभा और राज्यसभा के भी सदस्य रह चुके हैं। इसके पहले शिवपाल ने कहा था, "अगर मुलायम सिंह यादव आजम खान मुद्दे पर लोकसभा के सामने धरने पर बैठे होते, तो नेताजी के प्रति अपार सम्मान रखने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें सहानुभूतिपूर्वक सुन सकते थे।" आजम खान ने हाल ही में अपने पैतृक रामपुर सदर सीट से विधायक चुने जाने के बाद रामपुर से लोकसभा सदस्य का पद छोड़ दिया। विधानसभा चुनाव के बाद से चाचा-भतीजा के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं, मार्च के अंत में सपा के नए विधायकों की बैठक में शिवपाल यादव को आमंत्रित नहीं किया गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने और बाद में ट्विटर पर उन्हें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फॉलो करने के बाद शिवपाल के भाजपा में जाने की अटकलें तेज हो गईं।
 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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