इंसाफ न मिलने से आहत रेप पीड़िता ने लगाई फांसी, SP ने किया नया खुलासा

punjabkesari.in Wednesday, Jan 08, 2020 - 04:44 PM (IST)

बाराबंकीः योगीराज में इंसाफ ना मिलने पर एक रेप पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मंगलवार की सुबह पीड़िता का शव दुपट्टे के सहारे लटकता हुआ मिला। उसके पास में बेड पर उसका मोबाइल भी पड़ा मिला। पुलिस ने छात्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस मामले में एसपी आकाश तोमर ने मामले की जांच एएसपी नॉर्थ आरएस गौतम को सौंपी है।

जानिए क्या है मामला?
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता मूल रूप से टिकैतनगर थाना क्षेत्र के एक गांव की है। वह काफी समय से जहांगीराबाद थाना के फैजुल्लागंज में अपनी मौसी के घर रही थी। पीड़िता की मौसी के अनुसार, सोमवार की रात छात्रा ने खाना खाया और मोबाइल पर चैट करते हुए कमरे में चली गई। मंगलवार की सुबह उन्होंने उसका शव दुपट्टे के सहारे लटकता पाया।

बेटी के साथ लेखपाल व उसके सहयोगी ने रेप किया-मृतका की मां
वहीं पीड़िता की मां का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ फतेहपुर तहसील में तैनात लेखपाल व उसके सहयोगी ने रेप किया था। उस मुकदमे में पुलिस की ओर से फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई थी, इससे उनकी बेटी अवसाद में चली गई थी और उसने आत्महत्या कर ली।

मामले में जिलाधिकारी-एसपी ने की प्रेस वार्ता
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. आदर्श सिंह और एसपी आकाश तोमर ने बुधवार की सुबह कलेक्ट्रेट में जॉइंट प्रेस वार्ता की। एसपी ने बताया कि छात्रा की मां का लेखपाल से एक कार खरीदने को लेकर पैसों के लेनदेन का विवाद था। इसके लिए पहले लेखपाल ने उसकी मां के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था। इस बात को लेकर छात्रा की मां ने अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म का मामला कोर्ट के आदेश पर दर्ज कराया था।

मृतका और उसकी मां पर चल रहा था धोखाधड़ी का केस
इस मामले की विवेचना शहर कोतवाली में की जा रही है। एसपी ने बताया छह जनवरी की रात जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के गांव में अपनी मौसी के यहां रह रही छात्रा ने जब आत्महत्या की तो उसके पिता ने पहले पुलिस को एक लिखित प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें किसी पर आरोप नहीं लगाया गया और बताया गया कि पारिवारिक विवाद में उसने यह कदम उठाया है। इसके अगले दिन छात्रा की मां ने कुछ वकीलों से मिलकर नया प्रार्थना पत्र तैयार कर दो लोगों के खिलाफ छात्रा को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। इस तहरीर पर दोनों के खिलाफ जहांगीराबाद थाने में लेखपाल शिवकुमार और शिवपल्टन पर धारा 306 के तहत केस दर्ज कराया गया है। मामले में की जांच चल रही है।

आरोपी लेखपाल ने लगाए ये गंभीर आरोप 
वहीं इस मुकदमे में लेखपाल शिवकुमार ने बताया था कि इस युवती का विवाह उसकी मां ने किसी युवक से किया था और दहेज में कार दी थी। युवती का अपने पति से विवाद हो गया तो युवती अपनी दहेज में दी गई कार को अपने घर ले आई।

लेखपाल के मुताबिक, उस कार को बेचने का सौदा युवती व उसकी मां ने लेखपाल से किया था। लेखपाल ने जब एआरटीओ कार्यालय से जानकारी चाही तो वहां पर बताया गया कि इस कार का श्रीराम फाइनेंस से लोन है। लेखपाल का कहना था कि उसने श्रीराम फाइनेंस कार्यालय में जाकर बकाया रकम अदा की, जिसके बाद युवती को एनओसी मिल गई। इसके बाद युवती कार बेचने के कागजात पर हस्ताक्षर करने के बजाए कार लेकर भाग गई। जिसके बाद युवती व उसकी मां ने यह कार अगले दिन तय रकम से मंहगी कीमत में किसी तीसरे को बेच दी। इसके बाद लेखपाल ने कोतवाली नगर में दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी की तहरीर दी।


 

Tamanna Bhardwaj