देश प्रेम की अनोखी मिसाल: 11 साल की उम्र से शुरू की समाज सेवा, पेपर कटिंग से घर को बना दिया म्यूज़ियम

punjabkesari.in Friday, Jul 23, 2021 - 05:09 PM (IST)

प्रयागराज: आज हम आपको एक ऐसे शख्स से रूबरू कराएंगे जिन्होंने अपने 35 साल समाज की सेवा में लगा दिए हैं। एक ऐसे शख्स की कहानी जिसने ना दिन देखा ना रात, न ही कोई मौसम। जिसने महज 11 साल में समाज में फैली कमियों को दूर करने के लिए कमियों को दूर करने का ठाना और अब वो समाज के लिए खुद मिसाल बन गए हैं।  


बता दें कि संगम नगरी प्रयागराज के रहने वाले सरदार पतविन्दर सिंह आज उन लोगों के लिए मिसाल बन गए हैं जो गलत काम में लिप्त है।  जो अपनी ज़िम्मेदारी नहीं समझते साथ ही देश को आगे बढ़ने के लिए रुकावट का काम करते है। 46 साल के पतविन्दर  सिंह 1987 से लगातार समाजसेवा का काम कर रहे है। बेटी बचाओ, गंगा स्वच्छता, वोट डालने के लिए जागरूकता अभियान हो या फिर अमन शान्ति की अपील सभी मुद्दों पर पतविन्दर पिछले 35 सालों से लगे हुए है। समाज सेवा के चलते पतविन्दर ने शादी तक नहीं की। हमारी टीम जब इनके घर पहुंची तो घर की शुरुआत से लेकर गलियारे और इनके कमरे तक इतनी पेपर कटिंग और फोटोज गैलरी थी की हमारी टीम भी हैरत में पड़ गई। पतविन्दर जी का ये घर कम और म्यूजियम ज़्यादा लग रहा था।


पतविन्दर जी के पास इनके काम के इतने रिकॉर्ड हैं कि इन्हें खुद भी नही पता। जो भी इनके बारे में सुनता है वो इनके घर ज़रूर आता है और इनके कार्यो की प्रदर्शिनी को देखकर जमकर तारीफ करता है। पूरे शहर के साथ साथ इनके चर्चे देश में भी प्रसिद्ध हो रहे है।


वहीं हमारे संवाददाता सैय्यद आकिब रज़ा
भी समाजसेवी पतविंदर सिंह के घर पहुंचे और उनसे खास बातचीत की। जहां उन्होंने देखा कि परविंदर, जिस कमरे में सोते हैं उसके बेड पर भी पेपर कटिंग चिपकाई है। इस बारे में पूछे जाने पर पतविंदर ने बताया कि बेड और तकिया में कटिंग लगाने का उद्देश्य कि रात में सोते हुए भी उन्हें अपने काम के ही सपने आए। साथ ही इन्हे देख कर उन्हे ऊर्जा मिले और वो जोश से समाज की सेवा में लग रहे। पूरे घर में जहां भी आप नज़र घुमाइएगा आपको इनके किए गए काम की तस्वीर ही नज़र आएगी।

Content Writer

Umakant yadav