पेश की अनोखी मिसाल, गरीब हिन्दू लड़की की शादी में मुस्लिम ने की मदद

punjabkesari.in Monday, Apr 17, 2017 - 05:21 PM (IST)

हरदोईः धर्म का काम तोडना नहीं बल्कि सभी को जोड़ने का है। यह बात वर्तमान समय में चल रहे माहौल में बेमानी सी लगती है, परन्तु हमारे देश भारत में अभी भी कई ऐसे लोग है जो जात-समुदाय में विश्वास ना करते हुए सिर्फ इंसानियत पर ही यकीन रखते है। वह अपनी इस पहल से धर्म के उन कथित ठेकेदारों को ठेंगा भी दिखाते है जो धर्म के नाम पर अपना उल्लू सीधा करते है। ऐसी ही एक अच्छी पहल का मामला हरदोई में सामने आया है जहां एक बेहद गरीब हिन्दू परिवार की लड़की के विवाह को अच्छे ढंग से सम्पन्न कराने में मुस्लिम युवक ने भूमिका निभाई है।

जानिए पूरा मामला
दरअसल हरियावां थाने के मरई गांव की रहने वाली शिवकली(वधू) के पिता की मौत कुछ समय पहले हो चुकी है। घर में केवल मां और एक छोटा भाई है। पूंजी के नाम पर 3 बीघा जमीन ऐसे में शिवकली की शादी तय हो गई तो बरात के स्वागत सत्कार के लिए और सामान्य दहेज़ के लिए शिवकली की मां अपने खेत का 2 बीघा जमीन बेच रही थी।

गरीब मां की बेटी की शादी में की मुस्लिम ने मदद
जमीन बेचने की बात जब उसके एक सामाजिक संस्था राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संघ से जुड़े दूर के रिश्तेदार को हुई तो उन्होंने अपनी संस्था के मुस्लिम पदाधिकारी फ़िरोज़ अहमद को सारी व्यथा सुनाई। जिसके बाद फ़िरोज़ ने आगे बढ़कर उन लोगों की मदद करने का फैसला किया। सब मुस्लिम लोगों ने मिलकर इस शादी का पूरा खर्चा उठाया। उसके बाद गांव में होने वाली शादी को संस्था के पदाधिकारी के घर से हुई। फर्रुखाबाद से बरात आई और पूरे विधि विधान से शादी की सारी रस्मे पूरी की गयी।

बेटी के हाथ पीले करने के लिए खेत बेचने में लगी मां फिलहाल मुस्लिम युवक और अपने दूर के राश्तेदार की दरियादिली से काफी प्रसन्न है कि जहा उसके अपने काम नहीं आए ऐसे में उन लोगों ने उसकी मदद की जिनसे उसको उम्मीद नहीं थी। एक गरीब लड़की की शादी में पूरा सहयोग करने के बाद संस्था के पदाधिकारी भी खुश है कि उन्होंने समय रहते एक मजबूर मां की लड़की के हाथ पीले करने के लिए खेत बिक्री से बचाया और साथ ही मदद करके समाज के मिसाल भी कायम की।