विदेशियों के लिए कौतूहल का केन्द्र बना अद्वितीय कुंभ

punjabkesari.in Monday, Feb 04, 2019 - 04:09 PM (IST)

प्रयागराजः गंगा,यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन संगम में अछ्वुद,अकल्पनीय और अनूठे कुंभ में मौनी अमावस्या का हर लम्हा श्रद्धा और भक्ति की बयार से ओतप्रोत नजर आया। वहीं सुरक्षा के लिहाज से एक ही दिन में दो करोड़ से अधिक स्नानार्थियों की मेला क्षेत्र में मौजूदगी खासकर विदेशी मीडिया और सैलानियों को अचरज में डालने के लिये पर्याप्त थी।  

संगम की रेती में रविवार रात से ही आस्था का समंदर हिलोरें मारने लगा था जो सोमवार सुबह होते होते जनसैलाब में तब्दील हो चुका था। हर हर गंगे के उदघोष के साथ संगम में डुबकी लगाने का सिलसिला लगातार जारी रहा। इस दौरान सुरक्षा बल के जवान भीड़ को संभालने की मशक्कत करते रहे। भोर से शुरू हुए कुंभ के दूसरे शाही स्नान में अखाड़ों की दिव्यता और औलौकिकता ने हर किसी का मन मोह लिया।  रेती पर दौड़ते नागा साधुओं की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालु देर रात कतारबद्ध तरीके से बैरीकेडिंग के दोनों तरफ जमे हुए थे। नागाओं ने संगम में डुबकी लगाने के बाद भस्म का लेप किया वहीं सजे धजे रथों में सवार विभिन्न अखाड़ों के मठाधीशों ने अपने अनुयायियों के साथ संगम में स्नान किया।

त्रिशूल,तलवार और अन्य शस्त्रों से सुसज्जित नागाओं और बाबाओं की दिव्यता भोर की बेला में अद्धुत चमक बिखेर रही थी।  डेनमार्क से आए सैलानी रिचर्ड हैनरी ने कहा ‘‘ कुंभ वाकई लाजवाब है। आस्था का कोई जवाब नहीं। नदियों के प्रति भारतीयों का सम्मान और श्रद्धा देखने के काबिल है। यह भारतीय संस्कृति की विविधता को दर्शाने के लिए काफी है। मैं इस बार अकेला आया हूं। उम्मीद करता हूं कि अगली बार मेले में परिवार भी साथ आ सके।

 

Ruby