उन्नावः गंगा का जलस्तर कम होने से फिर उतराने लगे घाट पर दफनाए शव, मचा हड़कंप
punjabkesari.in Monday, Jun 28, 2021 - 05:59 PM (IST)
उन्नावः यूपी का उन्नाव जिला एक बार फिर गंगा तट पर दफनाए गए शवों के कारण चर्चा में है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से शव पानी में डूब गए थे, लेकिन जलस्तर घटने के साथ ही पानी रेती भी अपने साथ बहा ले गई। इसके चलते फिर से बड़ी तादाद में शव दिखाई पड़ने लगे है। बता दें कि इससे पहले पहले उन्नाव जनपद के बक्सर घाट के किनारे कई शव गंगा में तैरते हुए नजर आए थे। लोगों ने जब घाट के किनारे इन लाशों को देखा था तो हडकंप मच गया था। उन लाशों को कुत्ते नोचते हुए दिखाई दे रहे थे।
जनपद के और भी घाटों पर जैसे रौतापुर घाट, नानामऊ घाट में एक बार फिर गंगा की रेती में दफनाए गए शव दिखने लगे है। जलस्तर कम होने के बाद गंगा में हुई कटान के चलते सैकड़ों शव दिखाई दे रहे हैं और सैकड़ों शव की कब्रे और उनमें से लटकते कफ़न दिखने लगे है।बांगरमऊ के नानामऊ घाट पर पानी कम होने से गंगा घाट पर बड़ी संख्या में खुले शव और अस्थिपंजर मिलने से हड़कंप मच गया है।
उन्नाव डीएम रविंद्र कुमार का कहना है कि बड़ी संख्या में ऐसी कब्रे हैं जिनमें दफन शव आने वाले दिनों में खुल जाएंगे। हालाकिं शव खुले होने और कौवों द्वारा नोचे जाने की सूचना पर खुले हुए सभी शवों को फिर से दफ़ना दिया गया है। वहीं इससे पहले डीएम ने बताया था कि जनपद में परंपरागत रूप से शव या तो जलाए जाते हैं या दफनाए जाते हैं। कुछ जन जागरूकता से लोगों ने अब दफनाए जाने बजाएं लोगों ने अंतिम संस्कार दाह संस्कार करके किया है और परंपरागत रूप से दाह संस्कार के बाद अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम भी नदियों में होता है। डीएम ने इस प्रकार की कोई घटना होना नहीं बताया है।
ऐसे ही मामला शुक्लागंज स्थित गंगाघाट में भी हुआ। जहां कुछ शव पानी का जलस्तर कम होते ही ऊपर आ गया थे, लेकिन प्रशासन ने आनन फानन उनको जेसीबी द्वारा वापस वही रेत में दोबारा से दफना दिया था। एक बार फिर घाटों पर शव दिखाई देने लगे है, जिससे आसपास रहने वाले ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।