योगी के दावे फेल! 'रेप कैपिटल' के रूप में उभरा UP का उन्नाव जिला, 2019 में हुए 86 दुष्कर्म

punjabkesari.in Saturday, Dec 07, 2019 - 02:12 PM (IST)

उन्नाव: यूपी में योगी सरकार के महिला सुरक्षा के सारे दावे खोखले साबित हुए हैं। हर रोज सामने आ रही रेप, गैंगरेप, हत्या आदि की घटनाएं चीख-चीखकर बयां कर रही हैं कि यूपी में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं है। प्रदेश की राजधानी भले ही लखनऊ हो, लेकिन दुष्कर्म के मामलों में उन्नाव जिला 'रेप कैपिटल' के रूप में उभरा है।

लखनऊ से 63 किलोमीटर दूर और कानपुर से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित उन्नाव जिले की जनसंख्या 31 लाख है। खबरों के मुताबिक, इस जिले में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न के 185 मामले सामने आए हैं। इस वर्ष 2019 में जनवरी से लेकर नवंबर तक 86 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए हैं। उन्नाव के असोहा, अजगैन, माखी और बांगरमऊ में दुष्कर्म और छेड़खानी के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से अधिकतर मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें या तो जमानत पर रिहा कर दिया गया या फिर वो फरार चल रहे हैं।

इन केसों ने मचाई यूपी में हलचल
उन्नाव का चर्चित रेपकांड किसी से छिपा नहीं है, जिसमें युवती ने बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाया। युवती का आरोप है कि जब वो नाबालिग थी तब कुलदीप सेंगर ने उसका रेप किया। मामले के सामने आने के बाद भी आरोपी विधायक को जेल नहीं हुई। फिर मामला कोर्ट पहुंचा। कोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद सेंगर को गिरफ्तार किया गया। इसके बावजूद भी सेंगर की ताकत कम नहीं हुई। जेल से ही सेंगर ने परिजनों को मारने की धमकियां दिलवाई। अंतत: पीड़िता और उसके वकील को पेशी के दौरान रास्ते में ट्रक ने कुचल दिया। जिसमें पीड़िता और वकील गंभीर रुप से जख्मी हो गए। पीड़िता अभी भी जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है, जबकि आरोपी विधायक सेंगर जेल में बंद है।

दूसरा मामला भी इसी जिले का है। यहां एक युवती के साथ रेप हुआ था। आरोपी जेल में बंद होने के बाद थोड़े दिन पहले ही छूटकर आए थे। इस दौरान घर से पेशी के लिए रायबरेली जा रही पीड़िता को आरोपियों ने दोस्तों के साथ मिलकर घेर लिया और तेल डालकर जिंदा जला दिया। प्रत्यदर्शी के मुताबिक पीड़िता जलते हुए भी करीब एक किमी. तक दौड़ी और अंतत: गश खाकर गिर पड़ी। आग की लपटों से घिरी पीड़िता 90 प्रतिशत जल चुकी थी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस को पीड़िता ने आरोपियों का नाम बताया। वहीं गंभीर रुप से झुलसी पीड़िता की हालत नाजुक देखकर पुलिस ने सफदरजंग अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया। इलाज के दौरान पीड़िता की शुक्रवार रात को मौत हो गई।

इन दोनों मामलों के बाद जब उन्नाव में घटित अन्य मामलों की जांच-पड़ताल की गई तो चौंकाने वाली खबर सामने आई। जिसमें ये पता चला है कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं से उत्पीड़न के मामलों में उन्नाव टॉप पर है। रिपोर्ट के मुताबिक उन्नाव में पिछले एक साल में कुल 86 मामले दर्ज हैं जो सबसे ज्यादा है। दर्ज मामलों में ये बात सामने आई है, जबकि हकीकत ये है कि अधिकतर महिला उत्पीड़न के मामलों को परिजनों या फिर पुलिस द्वारा दबा दिया जाता है। अगर उन मामलों की भी गणना की जाए तो महिलाओं के खिलाफ मामले की संख्या और ज्यादा देखने को मिलेगी। इतने मामलों के बावजूद सरकार और पुलिस प्रदेश की कानून व्यवस्था सुचारु रुप से चल रही है का दावा ठोक रही है।

Deepika Rajput