यूपी में बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि, आलू ,सरसों आदि फसलों को भारी नुकसान
punjabkesari.in Saturday, Dec 14, 2019 - 11:06 AM (IST)
लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के अनेक जिलों में हुई बारिश और ओलावृष्टि के कारण आलू, टमाटर और सरसों आदि की फसलों को भारी नुकसान होने की खबर है। संभल से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार शाम जिले में बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि होने लगी और यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा। ओले गिरने से आलू,सरसों और सब्जी की फसलों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार करीब एक घंटे तक ओले बरसते रहे, जिससे किसानों के खेतों में खड़ी फसलें चौपट हो गई।
शुक्रवार सुबह किसान खेतों पर पहुंचे तो पानी भरा और फसलों को टूटा देख उनके होश उड़ गए। अनुमान है कि जिले में 9900 हेक्टेयर भूमि पर आलू की फसल बोई गई है ,जो पूरी तरह से बर्बाद हो गई । इसके अलावा गोभी, टमाटर सरसों समेत कई फसलें नष्ट हो गई। गेहूं की फसल में भी नुकसान की आशंका है।
मथुरा से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिले की मांट तहसील में 24 से अधिक गावों में तेज आंधी एवं बारिश के साथ ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी फसल को व्यापक नुकसान हुआ है। किसान रविकरन ने बताया कि सरसों, आलू की फसल 100 प्रतिशत नुकसान जबकि गेहूं में 70 प्रतिशत नुकसान की आशंका है। उन्होंने बताया कि भरतिया, मिट्ठौली, चांदपुर, कटेलिया आदि गांवों में ओले गिरने से भारी तबाही हुई है। किसान की पीड़ा को इस प्रकार से समझा जा सकता है कि जीतू किसान ने तो यहां तक कहा कि अब तो बस फांसी लगाने का ही विकल्प बचा है।
नुकसान की भरपाई की मांग को लेकर शुक्रवार को मानागढ़ी मोड़ पर किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के नेताओं के साथ धरना दिया और प्रभावित किसानों को तत्काल आर्थिक सहायता देने की मांग की। किसान यूनियन नेता डॉ. चेतन नौहवार ने बताया कि गुरूवार की आधी रात से हुई बारिश एवं ओलावृष्टि से आलू, सरसो एवं गेहूं की फसल का व्यापक नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि जल्दी सर्वे कराकर क्षतिपूर्ति नहीं की गई तो 21 दिसम्बर को यूनियन मथुरा कलेक्टरेट पर धरना प्रदर्शन करेगी।
इस बीच धरनास्थल पर पहुंचे सपा एमएलसी संजय लाठर ने कहा कि सरकार की नीतियों से किसान पहले से ही दु:खी है ओला वृष्टि ने किसान की कमर तोड़ दी है। उनका कहना था कि किसानों पर आई इस आफल की घड़ी में उनके साथ हैं। दूसरी ओर मांट इलाके के उपजिलाधिकारी अभिषेक गोयल ने बताया कि ओला वृष्टि से प्रभावित क्षेत्र का सर्वे कराया जा रहा है। कुल डेढ़ दर्जन गांव प्रभावित हुए हैं। सबसे अधिक नुकसान सरसो की फसल का हुआ है। रिपोटर् आने के बाद प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जायेगा।
फिरोजाबाद से मिली रिपोर्ट के अनुसार बेमौसम बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। सुहागनगरी में बृहस्पतिवार रात से शुरू हुई बारिश शुक्रवार दोपहर तक जारी रही। तहसील जसराना और शिकोहाबाद के समीपवर्ती गावों में तेज बारिश और ओलावृष्टि से सरसों और आलू की फसल को सबसे अधिक नुकसान की आशंका है।