UP: गडकरी आज गाजीपुर को देंगे अरबों रुपए की सौगात

punjabkesari.in Thursday, Jan 25, 2018 - 08:37 AM (IST)

गाजीपुर: केद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी विकास को रफ्तार देने वाले अरबों रुपए की ढांचागत परियोजनाओं के ‘तोहफे’ गुरुवार को यूपी के गाजीपुर वासियों देने यहां आएंगे। केंद्रीय जहाजरानी मंत्री गडकरी अपराह्न 1 बजे केंद्रीय संचार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के संसदीय क्षेत्र गाजीपुर के लंका मैदान में आयोजित भव्य समारोह में सड़कों के चौडीकरण सहित अनेक योजनाओं का शिलान्यास करेंगे।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गडकरी जल एवं सड़क मार्ग से जुड़ी छोटी-बड़ी 8000 करोड़ रुपए की बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। उन पर काम शीघ्र शुरू कराने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने बताया कि उन परियोजाओं में 5080 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत वाली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 29 एवं 97 के चौड़ीकरण सहित अनेक महत्वाकांक्षी परियोजना शामिल है। 121 से अधिक किलोमीटर के दायरे में 4 लेन बनाने की इस योजना के पूरा होने से क्षेत्र की यातायात व्यवस्था सुगम हो जाएगी और गाजीपुर सहित पूर्वांचल की विकास की रफ्तार तेज होगी।

उन्होंने बताया कि 3580 करोड़ रुपए की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 29 के गाजीपुर-मऊ मार्ग पर हृदयपुर से टिकरी बुजुर्ग तक 65.38 किलोमीटर का चौड़ीकरण कार्य होगा। इसी प्रकार 1500 करोड़ रुपए की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 97 पर गाजीपुर-जमानिया-सैयदराजा खंड पर 56.200 किलोमीटर चौड़ीकरण की योजना है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा आयोजित समारोह में सड़कों से जुड़ी परियोजनाओं के अलावा गंगा में हल्दिया-वाराणसी के बीच जल परिवहन के लिए गाजीपुर के जलालपुर में पोर्ट का शिलान्यास होगा। इसके अलावा गाजीपुर क्षेत्र में पानी की समस्या दूर करने के लिए 102 डीपवेल टयूबवेल बोरिंग के कार्य का शुभारंभ होगा।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और पश्चिम बंगाल के हल्दिया के बीच 1390 किलोमीटर जल मार्ग बनने के बाद भारी सामानों की सुरक्षित अवाजाही आसान हो जाएगी। केंन्द्र सरकार ने विश्व बैंक के तकनीकी एवं वित्तीय सहयोग से जल मार्ग विकास परियोजना के तहत राष्ट्रीय जल मार्ग-एक को तैयार करने का काम चल रहा है। 5,369 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत की यह परियोजना आगामी वर्ष 2022-2023 तक पूरी हाने के बाद देश के विकास की रफ्तार और तेज होने की उम्मीद है।