यूपी: अनुशासनहीनता के आरोप में कांग्रेस के 10 वरिष्ठ नेता पार्टी से निष्कासित

punjabkesari.in Monday, Nov 25, 2019 - 09:09 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के 10 वरिष्ठ नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में रविवार को पार्टी से छह साल के लिये निकाल दिया गया। कांग्रेस की अनुशासन समिति ने पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व गृह मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी, विधान परिषद के पूर्व सदस्य सिराज मेंहदी, पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्र, विनोद चौधरी और नेक चन्द्र पाण्डेय तथा युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वयं प्रकाश गोस्वामी और वरिष्ठ नेता संजीव सिंह को बाहर कर दिया है। 

इन सभी नेताओं पर पिछले कुछ समय से उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी से सम्बन्धित पार्टी आलाकमान के निर्णयों को लेकर अनावश्यक रूप से सार्वजनिक तौर पर बैठकें करके विरोध जताने और मीडिया में बयानबाजी से पार्टी की छवि खराब करने का आरोप था। कांग्रेस की अनुशासन समिति के सदस्य इमरान मसूद ने बताया कि इन आरोपों पर गत गुरुवार को पार्टी के कुल 11 नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी करके 24 घंटे में जवाब मांगा था। उनमें से पूर्व विधायक हाफिज मोहम्मद उमर को छोड़कर किसी ने भी नोटिस का जवाब नहीं दिया था। कुछ नेताओं ने तो नोटिस का जवाब देने से इनकार भी कर दिया था। 

सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा था, ''मैंने कोई अनुशासनहीनता नहीं की है। मैं नियम जानता हूं कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का सदस्य होने के नाते मुझे प्रदेश कांग्रेस से नोटिस नहीं दी जा सकती।'' एक अन्य नेता ने कहा, ''हमारा कदम कांग्रेस को मजबूत करने और संगठन में व्याप्त किसी भी कमी को दूर करने के लिये था। हम पर अनुशासनहीनता का आरोप कैसे लगाया जा सकता है? पार्टी के वरिष्ठ नेता अक्टूबर में प्रदेश कांग्रेस की नयी समिति घोषित होने के बाद संगठन में अपनी भूमिका को लेकर चिंतित हैं। उस समिति ने अनुभवी नेताओं के बजाय युवाओं को वरीयता दी गयी है।'' 

दरअसल, हाल में प्रदेश कांग्रेस की नयी टीम गठित होने के बाद से ही पार्टी के अंदर सवाल उठने शुरू हो गये थे। तभी से असंतोष पनपने की शुरुआत भी हुई थी। 

Ajay kumar