UP: आनंदीबेन ने की SGPGI द्वारा नैक के लिए तैयार सेल्फ स्टडी रिपोर्ट की समीक्षा

punjabkesari.in Wednesday, Nov 09, 2022 - 09:24 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को राजभवन में संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (एसजीपीजीआई) द्वारा राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के लिए तैयार सेल्फ स्टडी रिपोर्ट की समीक्षा की और कहा कि यह प्रदेश का एक विशेष चिकित्सा संस्थान है, जिसकी विशिष्ट उपलब्धियाँ देश और विदेश स्तर पर ख्यातिलब्ध है।

SSR का अवलोकन करके रिपोर्ट में अपेक्षित सुधार करने के निर्देश
पटेल ने कहा कि संस्थान अपनी उपलब्धियों को सूचीबद्ध करे और नैक मूल्यांकन के निर्धारित क्राइटेरिया अनुसार उन्हें प्रस्तुत करे। राज्यपाल ने एसएसआर नैक के सभी क्राइटेरिया पर बिन्दुवार तैयारियों का अवलोकन किया। उन्होंने रिपोर्ट को सुद्दढ़ और सशक्त बनाने की आवश्यकता को लक्ष्य करते हुए कहा कि अंकित विवरण को सशक्त भाषा और डेटा के साथ समृद्ध करें। उन्होंने कहा एसजीपीजीआई पहली बार नैक मूल्यांकन के लिए अग्रसर हो रहा है, इसलिए नैक में उच्च ग्रेडिंग प्राप्त विश्वविद्यालयों के एसएसआर का अवलोकन करके अपनी रिपोर्ट में अपेक्षित सुधार करें।

लाइब्रेरी में हिन्दी माध्यम से चिकित्सीय शिक्षा की पुस्तकें रखने के निर्देश
उन्होंने क्राइटेरिया दो एवं तीन में व्यापक सुधार की अपेक्षा की। क्राइटेरिया तीन की समीक्षा करते हुए उन्होंने संस्थान के विविध कार्यों पर विषय गत पॉलिसी बनाने और उनको प्रिंट कराकर रखने को कहा, जिससे पियर टीम की विजिट होने पर उन्हें प्रिन्टेड पत्र अवलोकन के लिए प्रस्तुत किए जा सके। पटेल ने संस्थान की लाइब्रेरी में हिन्दी माध्यम से चिकित्सीय शिक्षा की पुस्तकें रखने के निर्देश के साथ इसका उल्लेख एसएसआर में जोड़ने को कहा। उन्होंने संस्थान के विदेशों में कार्यरत और स्थापित हो चुके पुराने विद्यार्थियों के कार्यगत अनुभवों को नये विद्यार्थियों से सांझा कराने का सुझाव भी दिया।

राज्यपाल ने टीम के सदस्यों को विद्यार्थियों को नैक तैयारी से जोड़ने, सभी शिक्षकों को विद्यार्थियों के मध्य सुगम समागम, विचरण और विचार-विनिमय रखने, सामाजिक गतिविधियां बढ़ाने, संस्थान के सभी परिसरों में बेहतर सफाई व्यवस्था रखने, छात्रों से जनहित में प्रोजेक्ट कार्य करवाने, विश्वविद्यालय प्रबन्धन में कार्य सुगमता के लिए प्रशासनिक अधिकारों का समुचित सीमा तक विकेन्द्रीकरण करने जैसे मुद्दों पर विशेष चर्चा करते हुए आवश्यक सुधारों से अवगत कराया। उन्होंने कहा टीम के सभी सदस्य अपने प्रस्तुतिकरण का पुनरावलोकन करें और प्रत्येक बिन्दु को सशक्त करें।

उन्होंने समीक्षा के दौरान कहा कि नैक ग्रेडिंग के महत्व को समझें और इसे अनवरत करने के लिए पांच वर्ष की योजना बनाकर निरंतर कार्य करें। राज्यपाल ने निर्देश दिया कि बेहतर नैक मूल्यांकन कराने के लिए सशक्त तैयारी के साथ एसएसआर दाखिल करें। गौरतलब है कि एसजीपीजीआई को वर्तमान ‘नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क' में सातवीं रैंक प्राप्त हुई है, जबकि इसके पूर्व के वर्ष में इस संस्थान को पाचवीं रैंक प्राप्त थी। बैठक में प्रमुख सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी, विशेषकार्याधिकारी शिक्षा, संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट, लखनऊ से नैक मूल्यांकन तैयारी के लिए गठित टीम के सदस्य तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे।


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Content Writer

Mamta Yadav

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