UP Board Exam 2023: देवरिया अति संवेदनशील जिलों में शामिल, 193 केन्द्रों पर होगी बोर्ड की परीक्षा

punjabkesari.in Tuesday, Feb 07, 2023 - 08:58 PM (IST)

देवरिया: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) माध्यमिक शिक्षा परिषद (Secondary Education Council) की बोर्ड की परीक्षा (Board Exam) 16 फरवरी से शुरू हो रही हैं। परीक्षा के द्दष्टिकोण से प्रदेश में अतिसंवेदनशील जिले के रूप में चिह्नित देवरिया में 193 परीक्षा केंद्रों पर हाईस्कूल के 72,003 तथा इंटरमीडियट में 68,210 परीक्षार्थी शामिल होंगे। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को बताया कि माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश प्रयागराज द्वारा आयोजित हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाएं नकल विहीन एवं शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि परीक्षा की शुचिता को प्रभावित करने वाले नकल माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि परीक्षा की शुचिता को बनाए रखने एवं परीक्षा को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए तीन सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, पांच जोनल मजिस्ट्रेट तथा 36 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 193 स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। जिले के 193 केंद्र व्यवस्थापक एवं 4,008 कक्ष निरीक्षकों को परीक्षा कार्य संपन्न कराने के लिए तैनात किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि देवरिया अति संवेदनशील 16 जनपदों में शामिल है।

सिंह ने बताया कि एलआईयू, पुलिस बल, सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रथम एवं द्वितीय पाली में प्रतिदिन निरीक्षण करेंगे और उसकी आख्या कंट्रोल रूम तथा जिला मजिस्ट्रेट को उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने बताया कि परीक्षा कक्ष में वॉइस रिकॉडर्र के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिसकी निगरानी विद्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम से की जाएगी। परीक्षा केंद्र पर किसी भी तरह की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस एवं मोबाइल को लाने की अनुमति नहीं होगी। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्र पर डबल लॉक अलमारी में सुरक्षित रखें गए हैं। डबल लॉक को स्टैटिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में केंद्र व्यवस्थापक एवं बाह्य केंद्र व्यवस्थापक द्वारा खोला तथा बंद किया जाएगा। जिस अलमारी को प्रश्न पत्रों हेतु डबल लॉक अलमारी बनाया गया है, उसमें प्रश्न पत्र के अतिरिक्त कोई अन्य सामग्री नहीं रखी जाएगी। परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र के प्रकटन की दशा में संबंधित स्टैटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक एवं बाह्य केंद्र व्यवस्थापक को उत्तरदायी माना जाएगा।

उन्होंने कहा कि नकल के बिना परीक्षा संपन्न कराने की जिम्मेदारी स्टैटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक और बाह्य केंद्र व्यवस्थापक की है। सिंह ने बताया कि परीक्षा के दौरान नकल को रोकने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। यदि कोई व्यक्ति नकल करता अथवा करवाता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम 1998 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
 

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Mamta Yadav