यूपी बोर्ड परीक्षा: सरकार के खोखले दावे की खुली पोल, कॉलेजों में जमकर हुई नकल

punjabkesari.in Friday, Feb 19, 2016 - 01:15 PM (IST)

आगरा: बिना नकल बोर्ड परीक्षा कराने का दावा करने वाले शिक्षा विभाग और पुलिस प्रशासन के खोखले दावे की पोल खुल गई है। कल से शुरू हुई यूपी बोर्ड परीक्षा में अलीगढ़ के इगलास क्षेत्र में एक इण्टर कालेज में बिहार की तरह से ही सरेआम नकल कराई गई और अफसर जानकर भी अंजान बने रहे। प्रशासन इन नकलचियों पर लगाम लगाने में पूरी तरह से नाकाम रहा। खबर में आप देख सकते हैं कि नकलची किस तरह से नकल करने का जुगाड़ लगा रहे हैं। 
 
मामला उत्तर प्रदेश के आगरा का है। गुरुवार को पहले ही दिन यूपी बोर्ड की परीक्षा में जमकर नकल हुई। हिंदी के पेपर में नकलचियों ने कई केंद्रों पर कब्जा कर लिया था। बिहार की तर्ज पर फतेहपुर सिकरी के महात्मा कपिल देव इंटर कॉलेज और जनता इंटर कॉलेज में नकल देने के लिए परिजन दीवार पर चढ़ गए और छात्रों को जमकर नकल कराई। वहीं कॉलेज प्रशासन तमाशा देखता रहा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। 
 
हिंदी में पकड़े गए 272 नकलची
प्रदेश भर में पहले दिन ही 272 नकलची पकड़े गए हैं। करीब आधा दर्जन से अधिक केंद्रों पर सामूहिक नकल के तहत कार्रवाई हुई है। प्रतियोगी परीक्षा की तर्ज पर बोर्ड परीक्षा में भी मुन्नाभाई यानी किसी और की जगह परीक्षा देते हुए दो युवाओं को पकड़ा गया। केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों का टोटा रहा। मंडलों के प्रभारी अफसरों से लेकर स्टैटिक मजिस्ट्रेट तक ड्यूटी से नदारद रहे। इतना ही नहीं जिस परीक्षा मोबाइल एप का खूब ढिंढोरा पीटा गया वह भी पहले दिन खिलौना बनकर रह गया।
  
हर राज्य की यही कहानी
शिक्षा विभाग परीक्षा केंद्रों पर अपनी कितनी ही पैनी नजर रख ले, लेकिन किसी न किसी तरीके से छात्र नकल करने की अकल लगा ही लेते है। बिहार हो या यूपी या बात फिर हरियाणा की हो। सभी जगह नकल करने का नए-नए मामले सामने आ रहे है। कही परिजन दीवार पर चढ़ कर छात्रों की मदद कर रहे है, तो कही छात्र अपने कपड़ों पर नकल करने की सामाग्री लगा कर परीक्षा हॉल में बैठ रहे हैं। 
 
नकल पर अफसर रहे खामोश
माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों के इम्तिहान का श्रीगणेश ङ्क्षहदी के प्रश्नपत्र के साथ हुआ। मातृभाषा की परीक्षा में भी नकल का बोलबाला रहा। इलाहाबाद, कौशांबी, अलीगढ़ आदि जिलों में परीक्षा केंद्रों के आसपास नकल कराने वालों का जमावड़ा लगा रहा। अलीगढ़ के कुछ केंद्रों पर ऊंचे भवनों की दीवारों पर चढ़कर खूब नकल कराई गई। वहां नकल रोकने के लिए स्टैटिक मजिस्ट्रेट व अन्य प्रबंध नहीं दिखे। फीरोजाबाद में गया प्रसाद मेमोरियल कॉलेज से एक छात्र कॉपी लेकर भाग गया। वाराणसी में परीक्षकों की मौजूदगी में परीक्षार्थी आपस में बातें करके एवं पर्चियों का सहारा लेकर नकल करते देखे गए। इलाहाबाद में भी 36 परीक्षार्थी नकल करते पकड़े गए। इसमें हाईस्कूल में आठ एवं इंटरमीडिएट के 28 परीक्षार्थी हैं। मेजा क्षेत्र में परीक्षार्थियों ने जमकर बवाल किया। इलाहाबाद के आइकेएम इंटर कालेज आनापुर में छह परीक्षार्थी ऐसे पकड़े गए हैं जो दूसरे की जगह पर परीक्षा दे रहे थे। इनके विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई गई है। हायर सेकेंडरी स्कूल टेकारी में सामूहिक नकल पकड़ी गई है। करछना क्षेत्र के लाल बहादुर शास्त्री इंटर कालेज में द्वितीय पाली की परीक्षा में सामूहिक नकल पकड़ी है।
 
फायरिंग में कालेज कर्मी की मौत
अलीगढ़ के गौंडा इलाके में बाबूलाल इंटर कॉलेज में प्रश्नपत्र न देने के विरोध में दो पक्षों में हुए विवाद में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मनोज की गोली लगने से मौत हो गई। इसके बाद कॉलेज के बाहर जमकर बवाल हुआ। कॉलेज प्रबंधक समेत छह लोगों के खिलाफ दर्ज हुई है। आगरा के शमसाबाद के धिमिश्री में नकल रोकने पर नकल माफिया ने शिक्षक को जान से मारने की धमकी दी।
 
नकल विहिन परीक्षा के दावे फेल
हर साल शिक्षा विभाग से लेकर पुलिस और प्रशासन सभी नकल विहिन परीक्षा कराने के दावे करते हैं, लेकिन परिणाम इसके विपरित होता है और यूपी, बिहार समेत अन्य कई राज्यों में जमकर नकल करने के मामले सामने आते हैं।