पटना से यूपी आया सुपर-30, जून में होगी प्रवेश परीक्षा

punjabkesari.in Friday, Apr 29, 2016 - 12:45 PM (IST)

लखनऊ: सुपर 30 के संस्थापक आनन्द कुमार पटना की तर्ज पर अब यूपी के सरकारी स्कूलों के प्रतिभाशाली बच्चों के लिए अखिलेश यादव ने एक विशेष कदम उटाया है। सी.एम ने राजकीय विद्यालयों के 10वीं और 12वीं कक्षा के साधनविहीन प्रतिभाशाली छात्रों को आई.आई.टी प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने के लिए सुपर-30 पटना से समझौता किया है। पटना की तरह अब उत्तर प्रदेश से भी बच्चों को सुपर-30 के लिए 10 शहरों में प्रवेश परीक्षा के जारिए कोचिंग के लिए चयन किया जाएगा। यह परीक्षा जून में होना तय हुआ है।
 
परीक्षा सेंटर
प्रदेश में 10 सेंटरों पर सुपर-30 जून में एंट्रेंस एग्जाम आयोजित कराएगा। इसमें लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, बरेली, झांसी, कानपुर, आगरा, मेरठ और मुरादाबाद शामिल है। एंट्रेंस एग्जाम में भाग लेने के लिए सुपर-30 की वेबसाइट पर एप्लीकेशन फॉर्म है, जिसे बच्चे ऑनलाइन भर सकते हैं।अखिलेश यादव ने खुद निर्देश दिया है कि गरीब बच्चों को सुपर-30के जरिए एग्‍जाम की तैयारी कराई जाए। इसके लिए विशेष सचिव सीएम मुथुकुमार स्वामी.बी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
 
पिछले वर्षों में आई.आई.टी की प्रवेश परीक्षा में साधनहीन प्रतिभाशाली छात्रों ने सफलता प्राप्त की है। इसी को देखते हुए सीएम ने यह फैसला लिया है। अब राजकीय विद्यालयों के 10वीं और 12वीं कक्षा के ऐसे छात्रों का चयन किया जाएगा, जो प्रतिभाशाली तो हैं, लेकिन आर्थिक अभाव के कारण आई.आई.टी प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने में समर्थ नहीं हैं। चूकि ऐसे ही छात्रों को सुपर-30 संस्था आई.आई.टी प्रवेश परीक्षा के लिए तैयार करती है। इसलिए इस संस्था से संपर्क स्थापित कर यूपी के गरीब बच्चों का भविष्य संवारा जाएगा। इस कार्य योजना के संबंध में प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा भी सहयोग करेंगे।
 
साधनविहीन प्रतिभाशाली बच्चों की तैयारी
बताते चलें कि सुपर-30 संस्था ऐसे स्‍टूडेंट्स को चयनित करती है, जो साधनविहीन हैं, लेकिन प्रतिभाशाली हैं। ऐसे स्‍टूडेंट्स को इस संस्था की ओर से आई.आई.टी की प्रवेश परीक्षा के लिए तैयार किया जाता है। सुपर-30 के आनंद कुमार ने इस संबंध में फरवरी में सीएम से संपर्क करके यह प्रस्ताव दिया गया था कि यूपी के ज्यादा से ज्यादा ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों का विधिवत चयन करके उन्हों आई.आई.टी प्रवेश परीक्षा में सफलता दिलवाने के लिए तैयार किया जाए।
 
सुपर-30 का परिचय
सुपर-30 बिहार की राजधानी पटना स्थित आई.आई.टी में प्रवेश के लिए एक अनूठा प्रशिक्षण संस्थान (कोचिंग इन्स्टीट्यूट) है। इसकी विशेषता है कि इसमें निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है और समाज के गरीब और पिछड़े छात्रों को इसमें प्रशिक्षण के लिए चुना जाता है। निशुल्क होने और पिछड़े बच्चों को लेने के बावजूद भी यह संस्थान प्रतिवर्ष लगभग 30 बच्चों को आई.आई.टी में प्रवेश-पात्रता (क्वालिफाई) दिलाने में सक्षम होता आया है। प्रतिवर्ष यह इंस्टीयूट गरीब परिवारों के 30 प्रतिभावान बच्चों का चयन करती है और फिर उन्हें बिना शुल्क के आई.आई.टी की तैयारी करवाती है। इंस्टीट्यूट इन बच्चों के खाने और रहने का इंतजाम भी बिना कोई शुल्क करती है। इंस्टीट्यूट केवल 30 बच्चों का चयन करती है और इसी आधार पर इसे सुपर-30 नाम दिया गया था।
 
कोचिंग की शुुरुआत
च्सुपर-30 इंस्टीट्यूट की शुरुआत साल 2003 में हुई थी। आनंद कुमार इसके जन्मदाता और कर्ता-धर्ता हैं। आनंद कुमार रामानुज स्कूल ऑफ मैथेमेटिक्स नामक संस्थान का भी संचालन करते हैं। सुपर-30 को इस गणित संस्थान से होने वाली आमदनी से चलाया जाता है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल पूर्व जापानी ब्यूटी क्वीन और अभिनेत्री नोरिका फूजिवारा ने सुपर-30 इंस्टीट्यूट पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई थी।