UP: DGP ओपी सिंह का कार्यकाल समाप्त, कार्यवाहक डीजीपी बने हितेश चंद्र अवस्थी

punjabkesari.in Friday, Jan 31, 2020 - 11:58 AM (IST)

लखनऊ: उतर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह (DGP) शुक्रवार को रिटायर हो रहे हैं। रिटायरमेंट के दिन डीजीपी ओपी सिंह को शाही तरीके से पारंपरिक परेड के साथ विदाई देने की तैयारी है। वहीं दूसरे डीजीपी के रूप में हितेश चंद्र अवस्थी का नाम जोरों से चर्चा में है। जिनकी छवि साफ-सुथरी रही है। फिलहाल 7 नामों की लिस्ट योगी सरकार ने यूपीएससी को भेजी थी जिसमें हितेश चंद्र अवस्थी काे कार्यवाहक डीजीपी के रूप में नियुक्त कर दिया गया है।

बता दें कि पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह आज यानि शुक्रवार को रिटायर होने जा रहे हैं। जिन्हें 64 साल पुरानी डॉज विंटेज कार में बिठाकर विदाई देने की तैयारी है। वहीं ओपी सिंह की रिटायरमेंट के बाद नए डीजीपी बनने की रेस में सबसे आगे सतर्कता अधिष्ठान के निदेशक 1985 बैच के आईपीएस हितेश चंद्र अवस्थी का नाम चल रहा है। साफ छवि के अफसरों में गिने जाने वाले हितेश चंद्र अवस्थी करीब 14 वर्ष तक सीबीआई में तैनात रहे हैं। फिलहाल अवस्थी भी जून 2021 में रिटायर होंगे।

डीजीपी को सलामी देने की तैयारियां जोरों पर
सूबे की योगी सरकार ने प्रदेश में तैनात अफसरों की वरिष्ठता के मुताबिक सात अफसरों की लिस्ट यूपीएससी को भेजी है। वहीं केंद्र में तैनात डीजी स्तर के अफसर को उत्तर प्रदेश में वापस बुलाने के लिए सरकार ने केंद्र को पत्र लिखा है, जिसके बाद समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं। इन सबके बीच डीजीपी ओपी सिंह को रिटायरमेंट की सलामी देने की तैयारियां जोरों पर हैं। कुछ ऐसी रस्में हैं जो डीजीपी के रिटायरमेंट को यादगार बना देती हैं।

पुलिस के जवान और अधिकारी खींचते हैं कार की रस्सी
वहीं पुलिस के जवानों द्वारा अधिकारीसलामी के बाद रिटायर होने वाले डीजीपी एक खास 1956 मॉडल की किंग्सवे डॉज कार में बैठकर अपने घर जाते हैं। खास बात ये है कि इस कार को पुलिस के जवान और अधिकारी रस्सी से खींचते हैं। डीजीपी आवास के गैरेज में खड़ी इस डॉज कार को निकालकर साफ, सफाई और मेंटेनेंस कार्य पूरा हो चुका है।

DGP बनने की रेस में ये हैं सात प्रमुख दावेदार
वहीं सात नए पुलिस महानिदेशक के लिए हितेश चंद्र अवस्थी के बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रहे तेज तर्रार आईपीएस अरुण कुमार, 1987 बैच के आईपीएस अफसर राजेंद्र पाल सिंह, 1988 बैच के आरके विश्वकर्मा और 1988 बैच के आईपीएस डीजी जेल आनंद कुमार का नाम जोरो से चर्चा में है।

 

 

 

Ajay kumar