UP: कोरोना के चलते जिले की सीमाएं हुई सील, पांडु नदी पार कर गांव में घुस रहे मजदूर

punjabkesari.in Tuesday, Mar 31, 2020 - 11:40 AM (IST)

फतेहपुर: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देश में 21 दिन का लॉकडाउन घोषित किया गया है। इसके बावजूद भारी तादाद में प्रवासी मजदूर दिल्‍ली-एनसीआर सहित दूसरे राज्‍यों से अपने घरों की तरफ निकल पड़े हैं। भारी संख्‍या में मजदूरों के पलायन को देखते हुए उत्‍तर प्रदेश की योगी सरकार ने अब सख्‍ती बरतते हुए सभी जिलों की सीमाओं को सील कर दिया है। जिसके बाद मजदूर अपनी जान को जोखिम में डाल नदियों को पार कर अपने गंतव्य तक पहुंच रहे हैं।

मजदूर नहीं कराना चाहते मेडिकल जांच 
बता दें कि योगी सरकार ने यूपी के सभी जिलों की सीमाओं पर अस्‍थाई क्‍वारेंटाइन सेंटर तैयार किए हैं। जिससे महानगरों से पहुंचने वाले मजदूरों का क्‍वारेंटाइन कराने के बाद ही गांव के लिए रवाना किया जा रहा है। वहीं बहुत से लोग ऐसे हैं जो किसी भी कीमत पर न ही अपनी मेडिकल जांच करना चाहते हैं और न ही क्‍वारेंटाइन सेंटर में रहना चाहते हैं।

मजदूरों ने पुलिस के पहरे को किया नाकाम
वहीं बात करें यूपी के फतेहपुर जिले की तो इस जनपद की सीमाएं एक तरफ कानपुर से तथा दूसरी तरफ कौशाम्बी से जुड़ी हुई हैं। फतेहपुर पुलिस ने कौशांबी से जुड़ने वाली सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया है। वहीं, कानपुर जिले से लगने वाली सीमा पर आवाजाही पूरी तरह ठप कर दी गई है। महानगरों से निकलकर गांव में पहुंच रहे लोग कहीं ग्रामीणों के जीवन के लिए खतरा न पैदा कर दे, इसके लिए पुलिस लगातार हाइवे पर पहरा दे रही है। लेकिन अपने घर पहुंचने के लिए आतुर मजदूरों ने पुलिस के इस कड़े पहरे को भी नाकाम साबित कर दिया है।

पुलिस के भय से नदी पार कर गांव पहुंच रहे लोग
मजदूर पुलिस की लाठी से बचने के लिए कानपुर और फतेहपुर जिले की सीमा पर बहने वाली पांडु नदी पार करके जिले में प्रवेश कर रहे हैं। उन्हें अपनी जिंदगी की परवाह नहीं है एक दूसरे को सहारा देकर नदी पार करवा रहे हैं। नोएडा से लौटकर गांव पहुंचे मजदूरों ने बताया कि नोएडा से चलकर वह बड़ी मुश्किल से अपने जिले की सीमा तक पहुंचे हैं और अब पुलिस उन्हें अपने घर जाने से रोक रही है। जिसके चलते वह लोग नदी पार करके जनपद की सीमा में प्रवेश कर रहे है।

Ajay kumar