यूपी में गैर जाटव दलितों पर BJP का दाव

punjabkesari.in Saturday, Jan 28, 2017 - 11:58 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की नजर गैर-जाटव दलितों के ऊपर है। इसलिए भाजपा ने जाटवों की अधिक संख्या के बावजूद सुरक्षित सीटों पर अधिक से अधिक गैर-जाटव दलितों को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। बता दें कि प्रदेश की दलित जनसंख्या में जाटव करीब 52 प्रतिशत हैं जबकि भाजपा ने इस समुदाय के केवल 21 लोगों को उम्मीदवार बनाया है।

पासवान, धोबी आदि जातियों के वोट पर नजर
उत्तर प्रदेश में 85 सुरक्षित सीटें हैं और इसमें से उसने 49 सीटें अन्य दलित वर्गों जैसे पासवान, धोबी, कोरी, वाल्मीकि, खटीक आदि को दी हैं। भाजपा नेता कहते हैं कि भाजपा यू.पी. में पासवान के ऊपर ज्यादा ध्यान दे रही है, जो राज्य के कुल दलित जनसंख्या का 15 प्रतिशत है। पार्टी ने 24 उम्मीदवार पासवान समुदाय से बनाए हैं। भाजपा ने सुरक्षित क्षेत्रों में 10 सीट धोबी समुदाय को दी हैं, जबकि अन्य सीटें कुछ दूसरी दलित जातियों को बांटी गई हैं।

बसपा सुप्रीमो की जाटवों के बीच सबसे अधिक लोकप्रियता
पार्टी नेताओं का कहना है कि सुरक्षित सीटों का वितरण इस आधार पर किया गया है कि बसपा प्रमुख मायावती का वोट किस दलित जाति में अधिक है और कौन-कौन सी दलित जातियां उनसे छिटकी हुई हैं। उनका कहना है कि बसपा सुप्रीमो की जाटवों के बीच सबसे अधिक लोकप्रियता है और इसलिए भारतीय जनता पार्टी गैर- जाटव दलितों के ऊपर ज्यादा ध्यान दे रही है। भाजपा का दावा है कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव के समय उन्होंने मायावती के दलित वोट में सेंध लगाई थी और इसलिए इस बार विधानसभा के चुनाव में भी उन्हें उम्मीद है कि गैर-जाटव दलित जातियों का वोट भाजपा को मिलेगा।

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