UP: छुट्टा पशुआें के आतंक से किसान परेशान, मुआवजे की राशि से ज्यादा कर चुके हैं नुकसान

punjabkesari.in Saturday, Apr 07, 2018 - 05:00 PM (IST)

वाराणसीः योगी सरकार ने सत्ता संभालते ही अवैध बूचड़ खाने बंद कराने के ऐलान के साथ ही गोवंश के वध पर सख्त कानून जारी किया। योगी पहले से ही कट्टर हिन्दूवादी और फायर ब्रांड नेता के रूप में जाने जाते हैं, लिहाजा नए सीएम के फरमान पर बिना दिमाग लगाए सरकारी मशीनरी ने गाय-बछड़ों के ट्रकों के पहिया जाम कर दिए। गोरक्षकों ने भी खूब तांडव मचाया, जिसका खामियाजा अब सामने आ रहा हैं।

छुट्टा पशु खेतों में कर रहे ताण्डव
लोगों के छुट्टा पशु अब हरे भरे खेतों में ताण्डव कर रहे हैं। जिससे किसानों की फसल तबाह हो रही है। आलम ये है कि इस फरमान के एक साल बाद जितने रुपए किसानों के ऋण माफ़ किए गए थे उससे कहीं ज़्यादा की फसल ये छुट्टा पशु चर गए। 

किसान बेहाल 
वहीं राम चंद्र किसान का कहना है कि छुट्टा बछड़े किसानों के खून पसीने से तैयार फसल को बड़े मजे से खा रहे हैं। वो आए दिन फसल के खेत में हमला कर देते हैं। उनके घर के दूसरे सदस्य उन्हें भगाते हैं, लेकिन इस लुका छिपी के खेल में जीत इन जानवरों की हो रही है। 

छुट्टा जानवरों से परेशान किसान 
इन छुट्टा जानवरों से परेशानी का आलम ये है कि कहीं गोवंश को भगाने को लेकर किसानों में आपस में मार पीट हो रही हैं तो कहीं किसान अपनी फसल बचाने के चक्कर में इन्हें दूसरों के खेतों में हांक दे रहे हैं। इतना ही नहीं रात में ये लोग अपने इलाके के पशु चोरों से इन्हें किसी दूसरे इलाके में पहुंचा दे रहे है। जिससे सामाजिक वैमनस्य बढ़ रहा है। सबसे बड़ी मुसीबत मुस्लिम खेतिहारों की है वो अपने खेत में घुसे बछड़े और सांढ़ को मार भी नहीं सकते। क्योंकि अगर कहीं गो वंश को गंभीर चोट लग गई तो मामला कुछ और ही तूल पकड़ सकता है। 

Ruby