UP सरकार का बजट युवाओं, किसानों के लिए निराशाजनक: लल्लू

punjabkesari.in Tuesday, Feb 18, 2020 - 05:07 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इस बजट में युवाओं किसानों के साथ धोखा हुआ है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 450 रूपये प्रति कुन्तल गन्ने का मूल्य देने की घोषणा करके सत्ता में आने वाली भाजपा 3 वर्षों में गन्ने के मूल्य में महज 10 रूपये की ही वृद्धि कर पाई है।

युवा बेरोजगारों जिनकी संख्या पिछले दो वर्षों में 12.5 लाख बढ़ गई, 21 लाख 39 हजार 811 के मुकाबले 33 लाख 93 हजार 330 (सरकार द्वारा विधानसभा में की गयी घोषणा के मुताबिक) नए रोजगार देने की बजाए बजट में रिटायर्ड शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में नौकरी देने की घोषणा बेरोजगार युवाओं के साथ विश्वासघात है। वहीं कौशल विकास योजना भी केवल छलावा है। केवल कागज पर ही दिखई देता है। जमीनी हकीकत कुछ और ही है।

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि 18 मण्डलों में अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना की घोषणा भी झूठ का पुलिन्दा है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी द्वारा घोषित नवोदय विद्यालय को खत्म करने की साजिश है क्योंकि इसमें बजट नहीं बढ़ाया गया है, उसके मुकाबले फीस वृद्धि और सुविधाएं घटाई गई हैं।

कृषि पर कोई ध्यान नहीं
लल्लू ने कहा कि कृषि पर लागत कम करने, खाद, बीज, पानी, कृषि यन्त्र, कीटनाशक, बिजली आदि के दामों में कमी का कोई प्रावधान बजट में नहीं किया गया है। उन्होंने काह किं  जैसे छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब आदि राज्यों में केन्द्र सरकार द्वारा घोषित कृषि उत्पादित गेहूं, धान एवं तिलहन की फसलों के मूल्य पर प्रति कुंतल 200 रूपये से लेकर 1500 रूपये तक बोनस देने का प्रावधान है।  प्रदेश सरकार ने बजट में कोई महत्व नहीं दिया है, जबकि पिछले 3 वर्षों में इन अनिवार्य कृषि उपयोग की चीजों के दामों में 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हो चुकी है।

किसानों की आय दुगनी करने की घोषणा निराशाजनक
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 3200 रूपये प्रति कुंतल गेहूं का मूल्य होना चाहिए था, जो नहीं किया गया. इसके अतिरिक्त किसान आयोग का गठन और खेतों में रखवाली करने वालों के लिए भत्ता का भी कोई प्राविधान नहीं किया गया है । किसानों की आय दुगुनी करने की घोषणा किसानों के साथ क्रूर मजाक और धोखा है । शिक्षा मित्र, आंगनबाड़ी, रसोइयां, आशा बहू, रोजगार सेवक, चैकीदार, होमगार्ड, अनुदेशक एवं मदरसा शिक्षकों के लिए बजट में कुछ भी नहीं है जो अत्यंत निराशाजनक है।

Ajay kumar