UP: नए साल पर कैदियों को तोहफा, घर बात करने के लिए जेल में मिलेगी ये सुविधा

punjabkesari.in Friday, Dec 27, 2019 - 12:54 PM (IST)

देहरादून: उत्तर प्रदेश की सभी जेलों में पीसीओ बूथ लगाने के लिए जेल आईजी डॉ. पीवीके प्रसाद की तरफ से एक आदेश जारी किया गया है। जिसमें आईजी की ओर से एक सप्ताह पूर्व सभी जेलों में शासनादेश भेजकर नए साल में यह सुविधा शुरू करने के आदेश दिए गए हैं। वहीं प्रदेश की जेलों के कैदियों को जल्द ही हाईटेक पीसीओ बूथ की सुविधा मिलेगी। इस बूथ से कैदी अपने वकील व परिजनों, सिर्फ दो नंबरों पर बात कर सकेंगे। नय साल पर कैदियों को यह तोहफा मिल सकेगा।

बता दें कि प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को नए साल पर पीसीओ (PCO) का तोहफा मिलने जा रहा है। जिसके लिए शासन स्तर पर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं पीसीओ बूथ लगने के बाद जेलों में बंद कैदियों को नए साल में अपने परिजनों से बिना किसी रुकावट के बात करने की इच्छा पूरी होने वाली है। इसके लिए सूबे की सभी जेलों की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जेलों में पीसीओ की सुविधा मिलने के बाद कैदियों के परिजन बिना कैदी से मिले भी उसका का हाल जान सकेंगे।

दोनों नंबर पोस्टपेड होने चाहिए
वहीं जेल में लगाए जाने वाले फोन पर बात करने के लिए अलग से एक बूथ बनाया जाएगा। इसके अलावा कैदी को जेल में अपने दो नंबरों का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इन्हीं दो नंबरों पर वह बात कर पाएगा। दोनों नंबरों की ये शर्त होंगी कि ये पोस्टपेड होने चाहिए। बंदी दिन में दो बार ही इन दो नंबरों पर परिजनों या अपने वकील से बात कर सकता है। प्रदेश की सभी जेलों में लगाए जाने वाले फोन से कैदी किससे और क्या बात कर रहा है, यह सबकुछ रिकार्ड होगा। किसी भी तरह की गड़बड़ होने पर बंदी की बातें रिकार्ड के माध्यम से पुलिस को सुनवा दी जाएंगी।

बीएसएनल की ओर से दी जाएगी सुविधा
वहीं जेल अधिकारियों के मुताबिक, कैदियों के लिए पीसीओ की सुविधा बीएसएनल की ओर से दी जाएगी। कॉल करने का पूरा खर्च कैदी या उसके परिजनों को खुद ही उठाना होगा। इसके लिए कैदी जेल में अपनी मजदूरी से पैसा कटवा सकता है या फिर उसके परिजनों को कॉल के आधार पर एडवांस में जेल में यह रकम जमा करवानी होगी।

अभी तक देहरादून की सुद्धोवाला जेल में है मात्र यह सुविधा
देहरादून जेल अधिकारियों के मुताबिक, अभी तक पीसीओ की सुविधा प्रदेश में देहरादून की सुद्धोवाला जेल में ही शुरू की गई है। इसके अलावा अभी तक यह सुविधा प्रदेश की किसी की जेल में नहीं है। जल्द ही यह सुविधा प्रदेश के सभी जेलों में सुचारु रूप से होगी।

प्रदेश की अन्य जेलों में यह सुविधा देने के लिए पिछले सप्ताह आईजी जेल डॉ. पीवीके प्रसाद की ओर से सभी जेलरों की बैठक ली गई थी। इसमें साफ निर्देश दिए गए हैं कि नए साल में यह सुविधा अपने यहां लागू की जाए।

Ajay kumar