UP में लापरवाही का आलम, गांव में कोरोना जांच के नाम पर हो रही खानापूर्ति

punjabkesari.in Friday, May 07, 2021 - 12:49 PM (IST)

रामपुर: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग को आदेशित किया था कि वह अपने जनपद के गांव-गांव में कोरोना की जांच करवाएं। इसके लिए सरकार के आदेश के बाद आशा बहु को यह जिम्मेदारी सौपी गई है। आदेश के मुताबिक बुधवार से पूरे प्रदेश में गांव गांव जाकर कोरोना मरीजों की पहचान की जा रही है। उसमें यह था कि अगर किसी को खांसी बुखार होगा तो उसकी तुरन्त घर पर जांच होगी । लेकिन सच्चाई यह है कि यह एक कॉपी पेन लेकर घूम रही और दूर से पूछ रही कि खांसी बुखार हो तो 5 किलोमीटर दूर जाकर स्वास्थ्य केंद्र पर जांच कराइये। वहीं जब उनसे पूछा गया कि सरकार तो कह रही कि घर पर ही जांच होगी तो इनका कहना है कि भइया वो सब केवल कहने को है। अब आप बताइए कि गांव में कौन बताएगा कि मुझे खांसी बुखार है, वो भी इस कोरोना काल में। इस तरीके से जांच करके दिखा देंगे कि प्रदेश के गांवों में तो संक्रमण ही नहीं है। एक कॉपी के पेन और गांव की 2 आशा बहुओं से कोरोना जांच और फिर सरकार कागजों में फिर से शेर बनकर रह जाएगी इससे जाक कोरोना पर काबू पाना मुश्किल ही है।

वहीं जब पंजाब केसरी के टीबी ने आंगनबाड़ी सावित्री देवी से बात की तो उन्होंने बताया मैं आंगनबाड़ी में हूं और यहां कोरोना सर्वे चल रहा है इस टाइम सर अभी जो है यहां पर इलेक्शन बीते हैं और मुख्यमंत्री के आदेश लोगों की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि सर्वे में व्यक्तियों से पूछ रहे हैं घर-घर जाकर कि खांसी तो नहीं है किसी को बुखार तो नहीं है सर में दर्द तो नहीं है। किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी तो नहीं है और वह सब बताते हैं पूछते हैं।  कोई समस्या हो तो बताओ साथ ही आंगनबाड़ी  बताया जैसा हमें  लोग बतायाते है  वैसा हम लिखते हैं यहां सिर्फ सिम्टम्स मालूम किए जाते हैं ।यह कल से निरीक्षण चल रहा है और 4 दिन तक किया निरीक्षण चलेगा।

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Ramkesh