कमलेश की हत्या के बाद उ.प्र.नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी को मिली जान से मारने की धमकी

punjabkesari.in Monday, Oct 21, 2019 - 09:56 AM (IST)

नोएडा: बीते 18 अक्टूबर को दिन दहाड़े हुई हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या लखनऊ के खुर्शीदबाग में स्थित उन्हीं के कार्यालय में दो संदिग्धों द्वारा कर दी गई। इस हत्या के बाद उत्तर प्रदेश के शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया। हालांकि बीते शनिवार को पुलिस ने तीन संदिग्धों को गुजरात से गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ कर रही है। 

इस मामले में पुलिस तहतक पंहुच पाती उससे पहले ही रविवार की शाम करीब 5:30 बजे नोएडा के सेक्टर 15 में स्थित उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी के होटल पर ऑटो में बैठकर एक बुरखे में आई महिला और धमकी भरा पत्र गार्ड को पकड़ाया और बोली ये अमित जानी को दे देना और वहां से चली गई। जिसमें लिखा था कि कमलेश तिवारी को तो हमने मार दिया अब तेरी बारी है। हालांकि पीड़ित अमित जानी द्वारा दी गई शिकायत के बाद थाना 20 पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सीसीटीवी को अपने कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है। 

सीसीटीवी में आप साफ़ तौर पर देख सकते हैं कि एक ऑटो आता है और ऑटो ड्राइवर अपने ऑटो को घुमाकर खड़ा करता है जिसमें से एक बुरखा पहने महिला उतरती है। गार्ड के पास आती है और एक पत्र गार्ड के हाथ में थमा देती है। उसके बाद फिर ऑटो में बैठकर वो चली जाती है। ये घटना नोएडा के थाना 20 क्षेत्र के सेक्टर 15 ए स्थित उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी के होटल के बाहर की है। जब इस बात की सूचना अमित को लगी तो वो होटल पर आये और उस पत्र को पढ़कर तुरंत 100 नंबर कॉल कर पुलिस को बुलाया। पुलिस ने पीड़ित जानी द्वारा दी गई शिकायत के बाद अज्ञात महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। सीसीटीवी के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है। 

मैं सपा में था तब कोई धमकी नहीं मिलती थी: अमित जॉनी  
पीड़ित अमित जॉनी उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना अध्यक्ष का कहना है कि जब मैं सपा में था तब कोई धमकी नहीं मिलती थी क्योंकि उस समय मैं ऐसी कोई बात नहीं कहता था जो उनके समर्थन न हो। जो याकूब मेमन और अजमल कसाब को अपना आइडियल मानते हैं। और न ही उन्हें कोई परेशानी थी लेकिन जब से मैं मौजूदा सरकार के समर्थन में आया हूँ और मोदी-योगी सरकार के किसी भी उठाये हुए कदम की तारीफ की तो सैकड़ों बार धमकी मिल चुकी है। 

अमित जॉनी का कहना है कि ये सब इसलिए हो रहा है क्योंकि मैं एक हिन्दू नेता हूँ। मैं आज देश विरोधी नारे लगाता हूं तो शायद मुझे विरोधी नेताओं की तरह प्रोटेक्शन मिलता। इनका कहना है कि उन्हें लगातर धमकियां मिलती रही हैं, कभी इराक, सीरिया, पीओके, पाकिस्तान, दुबई तो कभी आजमगढ़ से हजारों धमकियां सोशल साईट से मिली है। लेकिन आज तक शासन प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया है। इसी तरह कमलेश ने भी शासन प्रशासन पर आरोप लगाया था कि उन्हें धमकी मिलने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। कास कोई कार्रवाई होती तो शायद कमलेश की हत्या नहीं होती। कल को मेरी हत्या हो जाएगी सरकार कह देगी एक हिन्दू वादी नेता था चला गया। इससे क्या होगा? ये सब उन लोगों की साजिश है जिन्हें भारत माता की जय और मोदी-योगी जिंदाबाद के नारों से तकलीफ है।
 

Ajay kumar