UP: लोक कलाकारों को ऑनलाइन मंच प्रदान कर रहा NCZCC

punjabkesari.in Wednesday, Jun 24, 2020 - 06:36 PM (IST)

प्रयागराज: कोरोना वायरस संकट के समय आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोक कलाकारों की मुश्किलें दूर करने के लिए उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) ने ऑनलाइन कला प्रदर्शन का सहारा लिया है। यह केंद्र लोक कलाकारों को कला प्रदर्शन के लिए ऑनलाइन मंच उपलब्ध करा रहा है।

गांवों में रहने वाले लोक कलाकार सबसे अधिक प्रभावित
बता दें कि संगमनगरी प्रयागराज स्थित उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक इंद्रजीत सिंह ग्रोवर ने बुधवार को बताया कि कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन में कलाकारों की प्रस्तुतियां भी पूरी तरह से बंद रहीं जिससे दूर-दराज के गांवों में रहने वाले लोक कलाकार सबसे अधिक प्रभावित हुए।

बिरहा प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार 10,000 रुपये
उन्होंने बताया कि कलाकारों की आजीविका प्रभावित ना हो, इसके लिए संस्कृति मंत्रालय ने ऑनलाइन मंच का सहारा लेने का निर्णय किया। इसके तहत, पिछले 30 मई को ‘बिरहा प्रतियोगिता’ आयोजित की गई जिसमें बिरहा गायकों को सीडी, पेन ड्राइव के जरिए अपनी प्रस्तुति भेजने को कहा गया था। इस प्रतियोगिता के परिणाम दो-तीन दिनों में आ जाएंगे। बिरहा प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार 10,000 रुपये, द्वितीय पुरस्कार 7500 रुपये, तृतीय पुरस्कार 5,000 रुपये और 3,000-3,000 रुपये सांत्वना पुरस्कार दिए जाएंगे।

आगामी 28 और 29 जून को गाथा गायन उत्सव का आयोजन
उन्होंने बताया कि एनसीजेडसीसी ने आगामी 28 और 29 जून को गाथा गायन उत्सव का आयोजन करने की तैयारी की है। जिसमें इस केंद्र के अंतर्गत आने वाले सात राज्यों- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, उत्तराखंड और दिल्ली से लोक कलाकार गाथा गायन की प्रस्तुतियां रिकॉर्ड कर भेजेंगे और चुनिंदा 10 प्रस्तुतियों को केंद्र की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।

प्रतिभागी कलाकारों को उनका पारिश्रमिक दिया जाएगा
ग्रोवर ने बताया कि गाथा गायन उत्सव में प्रतिभागी कलाकारों को उनका पारिश्रमिक दिया जाएगा और साथ ही रिकार्डिंग का खर्च भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि एनसीजेडसीसी ने इस महीने के अंत में या जुलाई के प्रथम सप्ताह में ऑनलाइन कार्यशालाओं का भी आयोजन करने की तैयारी की है जिसमें लोग लोकनृत्य, गायन आदि विधा सीख सकेंगे।

 

 

 

प्रति कलाकृति के लिए 10,000 रुपये का किया जाएगा भुगतान
उन्होंने बताया कि केंद्र ने मधुबनी पेंटिंग जैसी लोक कलाकृतियां बनाने वाले 14 लोक कलाकारों और 14 सामान्य पेंटरों से घर बैठे काम लेने का निर्णय किया है। इसमें अभी तक 250 से अधिक प्रविष्टियां आई हैं। इन कलाकारों को कला सामग्री उनके घर पर मुहैया कराई जाएगी और प्रति कलाकृति के लिए 10,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा। ये कृतियां एनसीजेडसीसी की संपत्ति हो जाएंगी।


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Edited By

Umakant yadav

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